कांग्रेस या उसके नेताओं में भाजपा की तरह किसी मामले में मुकरने की प्रथा नहीं है : विकास उपाध्याय
रायपुर। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय के बयान पर सीधा हमला करते हुए कहा, कि कांग्रेस सरकार में मुकरने की प्रथा ही नहीं है। भाजपा के तमाम नेता भूपेश सरकार के कार्य प्रणाली से पूरी तरह नतमस्तक हैं। उनके पास और कोई मुद्दा न होने की वजह से राजभवन को मुद्दा बनाकर केन्द्र में बैठे उनके आकाओं को सक्रियता का आभास दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने भाजपा के अध्यक्ष सहित तमाम नेताओं द्वारा बार-बार राजभवन और कानून व्यवस्था को लेकर उठाई जा रही बातों पर सीधा हमला करते हुए कहा, भूपेश सरकार किसी भी मामले पर मुकरने या तथ्य से हटकर कार्य नहीं करती। पूरे देश में छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जो चुनावी घोषणा पत्र में उल्लेखित वायदों कों एक के बाद एक पूरा करते जा रही है। आज पूरे प्रदेश में हर वर्ग के लोग भूपेश सरकार की गुणगान कर रहे हैं। किसान बिल को लेकर भाजपा के लोग जहाँ बैकफूट पर आ गए हैं, ऐसी स्थिति में उनके पास कहने और कोई मुद्दा नहीं है। तो जोर जबरन राज्यपाल अनुसुईया उईके को जो कि संवैधानिक पद पर हैं राजनीति में घसीट अपनी रोटी सेंकने में लगे हैं।
विकास उपाध्याय ने कहा गृह मंत्री का राजभवन बैठक में न जाना राज्यपाल का किसी तरह का अपमान करना नहीं है। इसलिए कि यह बैठक राज्यपाल के संवैधानिक सम्मान में राज्य सरकार द्वारा बुलाई गई थी, जो आगे कभी भी हो जाएगी। भाजपा नेताओं के पास और कोई काम नहीं जो देशहित या प्रदेशहित को लेकर कोई सुझावात्मक बयान जारीं करें। उनके बयानों से यह पीड़ा साफ दिखती है कि सत्ता से बेदखल होने का कितना दुःख है। उन्होंने कहा प्रदेश के इतिहास में भाजपा शासन काल में जितने नक्सली हमले हुए पूरे देश में एक रिकाॅर्ड है। उनके कार्यकाल में जितनी हत्याएँ व प्रशासनिक अक्षमता की वजह से अमानवीय घटनाएँ घटित हुईं, छत्तीसगढ़ के लोग इसके गवाह हैं। जब आँखफुड़वा कांड से लेकर कई ऐसी घटनाओं को भाजपा सरकार ने अंजाम दिया था। इसका मतलब कांग्रेस सरकार भी ऐसी घटनाओं को गंभीरता से नहीं लेगी ऐसी बात नहीं है। परन्तु भूपेश सरकार में जो शांति और स्वच्छ वातावरण पूरे प्रदेश में बना है उसे बेवजह तुल देकर भाजपा के लोग मुद्दा बना रहे हैं।
विकास उपाध्याय ने कहा भूपेश की पहली सरकार है जो प्रदेश में चाहे पुलिस विभाग हो या फिर अन्य विभाग के मातहत प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से स्वतंत्र होकर प्रदेशहित में कार्य कर रहे हैं। सरकार का नौकरशाह पर कोई दबाव नहीं है। किसी अपराधी के लिए किसी मंत्री या कांग्रेस नेता का फोन नहीं जाता तो क्या भाजपा के लोग इस बात से पीड़ित हैं कि उनके मनसूबे इस सरकार में पूरे नहीं हो रहे हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भाजपा के लोगों को स्वच्छ राजनीति की परंपरा निभानी चाहिये न कि मीडिया के माध्यम से अनर्गल बयानबाजी कर प्रदेश की जनता को गुमराह के रास्ते पर ले जाएँ।