फ़िल्म पद्मावती के विरोध में क्षत्रिय समाज ने किया भंसाली का पुतला दहन
JOGI EXPRESS
गौरेला,सोहैल आलम – स्थानीय संजय चौक फिल्म पद्मावती के विरोध में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा गौरेला, पेंड्रा,मरवाही के संयुक्त तत्वावधान में विरोध प्रदर्शन किया गया।
जिसमे क्षत्रिय समाज के क्षत्रिय एवं क्षत्राणियां एकत्र हुए संजय चौक पर सभा भी की गई सर्वप्रथम समाज के वरिष्ठ जनों ने महाराणा प्रताप एवं माता दुर्गा की प्रतिमा मे दीपप्रज्वलन किया तदुपरांत वक्ताओं ने अपने आक्रोश को व्यक्त किया सर्वप्रथम समाज के वरिष्ठ कपिल सिंह राणा:- ने बताया रानी पद्मिनी केवल क्षत्रियो की ही नहीं वरन् समग्र हिंदुस्तान की देवी हैं।
भरत सिंह राजपूत:-संजय लीला भंसाली ने हमारे क्षत्रिय समाज के गौरवशाली इतिहास को तोडमरोड के पेश किया है, अपने पैसे कमाने के लिए संजय लीला भंसाली ने समस्त हिंदू समाज को गलत दिखा है।
भारत सिंह बिसेन:-हम सभी इस फिल्म को छत्तीसगढ़ में वेन करने की मांग करते हैं।।
राम प्रकाश सिंह:-अलाउद्दीन खिलजी जैसे आतातायी, अक्रांताओं के घमंड और क्रूरता को राजा रत्न सिंह ने नीचा दिखाया, फिल्म में यह दिखाना की क्रूर शासक अलाउद्दीन खिलजी ने राजा रतन सिंह से आग्रह की वह रानी पद्मावती को अपनी बहन मानता है और वह उनके दर्शन केवल आईने में करेगा उसके इस प्रस्ताव को राजा रतन सिंह ने ठुकरा दिया लेकिन फिल्म इसका उलट दिखाया गया जिसका हम विरोध करते हैं।
श्रीमती उषा सिंह पवार:-मातृशक्ति भारत वर्ष में सदैव पूजनीय रही है, अगर महिला के सम्मान के खिलाफ कोई भी बात होगी उसका हम सदैव विरोध करेंगे।
पुष्पराज सिंह:-फिल्मकार लोगों को केवल हम क्षत्रिय लोग ही दिखते फिल्म निर्माता कभी हम ठाकुरों को खलनायक कभी डाकू बताते हैं क्या हम लोग डराने धमकाने वाले लोग हैं।
तापस शर्मा:-रानी समस्त हिंदू समाज की विरांगना और देवी स्वरूप है।
रोहन गोयल:-हम विश्व हिन्दू परिषद के लोग मुख्यमंत्री जी से मांग करते हैं उक्त फिल्म को छत्तीसगढ़ में रिलीज नहीं होने दिया जाए।
राजेश अग्रवाल:-आज विरोध के लिए समग्र हिन्दू समाज को आगे आना चाहिए।
इन सभी वक्ताओं ने अपने अपने वक्तव्य दिए सभी ने एक स्वर में उक्त फिल्म को छत्तीसगढ़ में वैन लगाने की मांग की।
उक्त विरोध प्रदर्शन को विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, धर्म जागरण मंच गौरेला, पेंड्रा के लोगों ने समर्थन दिया।समाज की क्षत्राणियों ने सभा के बाद संजय लीला भंसाली का पुतला दहन किया पुतले को चप्पल मारी, सभी लोग संजय चौक से रैली बनाकर, नारे बाजी करते हुए एसडीएम आफिस पहुंचे जहां पर तहसीलदार महेश शर्मा ने ज्ञापन लिया उक्त ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम से दिया गया।ज्ञापन मे कहा गया वर्तमान में संजय लीला भंसाली के द्वारा राजस्थान के सुप्रसिद्ध सिसोदिया वंश की महारानी के जीवन पर आधारित ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के घटनाक्रम को व्यवसायिक लाभ हेतु तोडमरोड कर फिल्म पद्मावती बनाई गई है।क्षत्रिय समाज का गौरवशाली बलिदानी इतिहास रहा जिसे गलत रूप से चित्रांकन किया गया।अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा गौरेला, पेंड्रा, मरवाही माननीय मुख्यमंत्री जी से क्षउक्त फिल्म को छत्तीसगढ़ में रिलीज नहीं करने की मांग करती है।्
कार्यक्रम का संचालन घनश्याम सिंह ने एवं आभार रूद्र प्रताप सिंह राणा ने किया।
कार्यक्रम में:-जगन्नाथ सिंह, दशरथ सिंह, श्याम नारायण सिंह, हरि सिंह, जंग बहादुर सिंह, कपिल सिंह राणा, भरत सिंह, राम प्रकाश सिंह, भारत सिंह बिसेन, राजकरण सिंह, लक्ष्मण सिंह, सुरेंद्र सिंह,योगेंद्र सिंह चौहान, महेंद्र सिंह चौहान उपेंद्र सिंह, अनिल सिंह, रूद्र प्रताप राणा, बृजेन्द्र बहादुर सिंह,, जितेंद्र सिंह, कौशल सिंह, तेज राजपूत, प्रकाश सिंह, दलवीर सिंह, आकाश सिंह, संदीप सिंह, दुर्गेश बिसेन, विजय सिंह, सत्यम सिंह,भूपेंद्र सिंह, श्रीमति उषा पवार, श्रीमती आशा सिंह राजपूत, श्रीमती सरला सिंह, सत्या सिंह, अनामिका सिंह, जागृति सिंह, सवीता सिंह, सुमन सिंह, लक्ष्मी सिंह, उर्मिला सिंह,तापस शर्मा ,अंकुर विश्वकर्मा, पंकज केशरवानी आदि भारी संख्या में क्षत्रिय, क्षत्राणियां मौजूद थे।