केन्द्रीय मंत्री अमित शाह आज “डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट-2020″ महोत्सव का उद्घाटन करेंगे
नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल वर्चुअल तरीके से “डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट-2020” का उद्घाटन करेंगे। वह पूर्वोत्तर परिषद परिषद के अध्यक्ष भी हैं। डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय का एक कैलेंडर ईवेंट है जिसे पूर्वोत्तर क्षेत्र को देश के अन्य हिस्सों के करीब लाने और राष्ट्रीय एकीकरण को मजबूत करने के उद्देश्य से संकल्पित किया गया है। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (डोनर) के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, जन शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा विभाग तथा अंतरिक्ष विभाग में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह इस आयोजन में सम्मानित अतिथि होंगे।
डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट 2020 का थीम “द इमर्जिंग डिलेक्टिव डेस्टिनेशंस” है जो सेक्टर के गति पकड़ने पर पर्यटन स्थलों को मजबूत और अधिक आकर्षक बनाने की बात करता है। कार्यक्रम ज्यादातर पर्यटन पर केंद्रित है और 27 सितंबर 2020 को ‘विश्व पर्यटन दिवस’ के अवसर पर इसका उद्घाटन होने जा रहा है।
चार दिवसीय कार्यक्रम में राज्यों और क्षेत्र के पर्यटन स्थलों की ऑडियो विजुअल प्रस्तुति, राज्य के प्रसिद्ध और उपलब्धियां हासिल करने वाले व्यक्तियों के संदेश, प्रमुख स्थानीय उद्यमियों से परिचय कराया जाएगा और इसमें हस्तकला / पारंपरिक फैशन / और स्थानीय उत्पादों की आभासी प्रदर्शनी की सुविधा होगी। कार्यक्रम में सभी आठ राज्यों के मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री विशेष संदेश देंगे। साथ ही राज्य अपने—अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम और मिली-जुली संस्कृतियों के संयोजन का प्रदर्शन करेंगे।
इससे पहले, इस सप्ताह “डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट- 2020” के लिए लोगो और गीत का अनावरण करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि फेस्टिवल डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट पिछले कुछ सालों से देश भर में कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। 2019 में वाराणसी से लेकर नई दिल्ली में इंडिया गेट के लॉन गेट्स पर या फिर उससे पहले चंडीगढ़ तक और अब यह इस साल वर्चुअली आपके अपने घरों तक पहुंच जाएगा। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि, यह महोत्सव केवल पर्यटन के बारे में नहीं है, बल्कि यह संगठनों और विशेष रूप से युवा उद्यमियों के लिए एक निमंत्रण भी है जो कि इस क्षेत्र की असीमित संभावनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि कोविड-19 के बाद के युग में पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत के पसंदीदा पर्यटन और व्यावसायिक स्थलों में से एक के रूप में उभरेगा और यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र के साथ ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के लिए एक महत्वपूर्ण इंजन का काम करेगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, “डेस्टिनेशन नॉर्थ ईस्ट 2020” का एक यह भी प्रयास है, अब लोग विदेश में कहीं भी जाने के बजाय भारत के सभी रमणीय और आनंदमय स्थानों का भ्रमण करें। उन्होंने कहा कि, लोगों को स्थानीय यात्राएं करनी चाहिए, स्थानीय पर्यटन स्थलों को देखना चाहिए और साथ ही स्थानीय चीज़ों का अंवेषण करने का संकल्प लेना चाहिए, जिससे कि स्थानीय पर्यटन और आतिथ्य उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र कोरोना मुक्त होकर पूरी दुनिया में एक बहुत ही सुरक्षित और आकर्षक पर्यटन स्थल प्रदान करेगा।
30 सितंबर (रविवार) को होने वाले समापन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री किरेन रिजिजु होंगे, जबकि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रामेश्वर तेली विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
पूर्वोत्तर क्षेत्र में क्या है:
इको-टूरिज्म– उत्तर पूर्वी क्षेत्र, वन्यजीव अभयारण्य / पार्कों, अच्छी प्राकृतिक सुंदरता, झरनों, जंगलों आदि के साथ पर्यावरण-पर्यटन के साहसिक और रोमांचक रूपों के लिए आदर्श है। इस क्षेत्र में रिवर राफ्टिंग, ट्रेकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, हैंग ग्लाइडिंग सहित बहुत कुछ है।
संस्कृति – संस्कृति एक महत्वपूर्ण पहलू है और इसमें उत्तर पूर्वी क्षेत्र के लिए चुनिंदा संस्कृति पर्यटकों को आकर्षित करने की क्षमता है। विविध और समृद्ध जनजातीय विरासत और संस्कृति पूर्वोत्तर को शेष भारत से अलग करती है। एक और प्रमुख अंतर है कि सभी आठ पूर्वोत्तर के राज्यों की समृद्ध और अलग कला और शिल्प है। अधिकांश जगहों के विपरीत, यहां हस्तशिल्प रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा है।
एक महत्वपूर्ण पहलू है कि स्थानीय समुदाय की पर्यटक-सामुदायिक सांस्कृतिक इंटरफेस में सक्रिय भागीदारी बढ़ रही है।
हेरिटेज – हेरिटेज टूरिज्म इस क्षेत्र में एक सहभागी दृष्टिकोण के साथ उठाया गया है जहां पर्यटक केवल स्मारकों, पुराने चाय स्टेट आदि देखने की तुलना में उसमें सक्रिय रूप से हिस्सा लेने के लिए आते हैं।
धार्मिक तीर्थयात्रा – इस क्षेत्र में कई प्रसिद्ध और पुराने धार्मिक स्थल हैं, जिन्हें तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय पर्यटन सर्किट के साथ एकीकृत किया गया है।
व्यवसाय – आकर्षक प्राकृतिक वातावरण और बाहरी स्थल पर व्यवसायिक बैठकों के बढ़ते रुझान को देखते हुए एनईआर व्यापार पर्यटन क्षेत्र के लिए पर्याप्त अवसर भी प्रदान करता है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी, हाई-एंड होटल, कन्वेंशन सेंटर, रिसॉर्ट आधारित सम्मेलन सुविधाएं आदि सभी ने इस क्षेत्र के विस्तार में योगदान दिया है।