सरायपाली- बेरोजगारी युवाओं के लिए एक अभिशाप से कम नहीं है, सही दिशा और निर्देशन के अभाव में युवा कई बार गलत कदम तक उठा लेते है। ऐसे में ग्राम खम्हारपाली के एक युवा सतीशचन्द्र साहू युवाओं को फिजिकल ट्रेनिंग देकर काबिल बनाने का बीड़ा उठाते हुए विगत 3 महिने से युवाओं को पुलिस भर्ती सहित डिफेंस पदों पर भर्ती की तैयारी करवा रहे हैं। छत्तीसगढ़ के बार्डर में बसा अंचल सरायपाली इलाका बदहाली और पिछड़ेपन के लिए जाना जाता है नौजवानों को सही वक्त में सही मार्गदर्शन न मिले तो युवा अपनी पढ़ाई-लिखाई छोड़कर कम उम्र में ही अपराध की दुनिया में प्रवेश कर जाते हैं और अपना भविष्य बर्बाद कर लेते हैं लेकिन अंचल के बच्चे सुबह से खेल ग्राउंड पर फिजीकली ट्रेनिंग में पसीना बहाते नजर आते हैं। सरायपाली से 10 कि.मी. की दूरी पर स्थित ग्राम खम्हारपाली के एक कृषक परिवार में जन्में सतीशचन्द्र साहू के पिता फारेस्ट विभाग (एसडीओ फॉरेस्ट) में पदस्थ थे एवं सतीश स्वयं एम.कॉम. के साथ रानी दुर्गावती युनिवर्सिटि जबलपुर से मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन डिग्रीधारी हैं, सतीश जानकारी देते हुए बताते हैं कि क्षेत्र में एजुकेशनल कोचिंग की स्थिति काफी अच्छी है, युवा शक्ति शिक्षा की तरफ आकर्षित भी हैं लेकिन शासकीय नौकरी के लिये केवल लिखित शिक्षा ही काफी नहीं है फिजिकली तौर पर फिट एवं चुस्त दुरूस्त रहना अत्यावश्यक है, युवा जानकारी एवं मार्गदर्शन के आभाव में स्वास्थ्य के साथ अपने शरीर का भारी नुकसान करते हैं, अनफिट होने के कारण हमारे देश के सेना, पुलिस में भर्ति होने में काफी दिक्कतें आती हैं, इन्हीं सभी समस्याओं को देखते हुए अंचल के युवाओं के लिये नि:शुल्क फिजिकल ट्रेनिंग क्लास प्रात: एवं संध्या देने का विचार आया। सतीश बताते हैं कि फिजिकल ट्रेनिंग में रनिंग, ऊंची कूद, लंबी कूद, गोला फेंक के अलावा अन्य तैयारियों के भी गुर सिखाए जाते हैं। वर्तमान में अभी 35 युवाओं को प्रात: 5 से 7 बजे तक ट्रेनिंग दिया जा रहा है, सतीश जानकारी देते हुए कहते हैं कि मेरा लक्ष्य क्षेत्र के युवाओं को आगे बढ़ाने को लेकर है जो भी युवा ट्रेनिंग में आना चाहे अनुशासन के साथ आ सकते हैं उन्हें नि:शुल्क रूप से ट्रेनिंग जिम्मेदारी के साथ दिया जावेगा। ट्रेनि युवा सुजीत प्रधान, लोकेश साहू, तनय साहू, प्रशांत साहू, पुरन्दर थानापती, टिकेन्द्र थानापती आदि ने बताया कि बहुत अच्छे माहौल में हम ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं एवं हमारे शरीर में आकर्षक बदलाव देखने को मिल रहे हैं आगामी पुलिस भर्ती हेतु हम सभी युवा उत्साहित हैं, सतीश सर हमारी ट्रेनिंग को लेकर गंभीर हैं हमारा किसी पद पर चयनित होना ही इनको सच्ची गुरू दक्षिणा होगी। युवाओं ने कहा कि प्रतिदिन रोज एक न एक युवा की बढ़ोत्तरी हो रही है, युवा सीखना चाहते हैं यह समाज में हो रहे सकारात्मक बदलाव का संकेत हैं।