विजय की आत्महत्या कर्ज के कारण नहीं एसडीएम और एसडीओपी द्वारा संयुक्त रूप से की गई जांच
JOGI EXPRESS
रायपुर, राज्य के मुंगेली जिले के ग्राम विचारपुर शुक्लाभाठा में 30 वर्षीय श्री विजय आत्मज तिरिथ सतनामी की आत्म हत्या की मामले की जांच जिला प्रशासन द्वारा करवाई गई है। घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर द्वारा मुंगेली के अनुविभागीय दण्डाधिकारी और अनुविभागीय पुलिस अधिकारी को संयुक्त रूप से जांच के लिए मृतक के गांव भेजा गया।
दोनों अधिकारियों द्वारा मृतक के परिवार के सदस्यों और अन्य स्थानीय लोगों से पूछताछ और छानबीन में यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि विजय ने कर्ज के कारण आत्महत्या की है। यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया कि उसने किस व्यक्ति अथवा किस संस्था से कर्ज लिया था, लेकिन जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि मृतक और उनकी पत्नी अक्सर बीमार रहते थे। मामले की और भी अधिक गहराई से जांच की जा रही है। जांच प्रतिवेदन के अनुसार मृतक के परिवार में पत्नी और दो नाबालिक बच्चे हैं। मृतक के नाम पर कृषि भूमि नहीं है। रोजगार के लिए अक्सर हर साल उनका लखनऊ और अन्य स्थानों में आना-जाना लगा रहता था।
अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पत्नी श्रीमती दुर्गेश बाई के नाम पर राशन कार्ड बना हुआ है। इस राशनकार्ड पर उनके द्वारा वर्ष के 60 दिनों को छोड़कर दस माह तक निरंतर राशन लेते रहे हैं। परिवार के सदस्यों कथन के अनुसार उनके दादा के नाम पर 1.069 हेक्टेयर जमीन गांव में है। इस जमीन पर वे अपने अन्य परिजनों के साथ खेती करते थे। सोयाबीन की खेती एक एकड़ में की गई थी, जो अल्पवर्षा के कारण प्रभावित हुई है। इस पर राजस्व पुस्तक परिपत्र (आर.बी.सी.) 6-4 के तहत मुआवजा देने के लिए तहसीलदार द्वारा कार्रवाई की जा रही है। जिला कलेक्टर ने कहा है कि सम्पूर्ण मामले की गहराई से छानबीन में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दोनों अधिकारियों द्वारा मृतक के परिवार के सदस्यों और अन्य स्थानीय लोगों से पूछताछ और छानबीन में यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि विजय ने कर्ज के कारण आत्महत्या की है। यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया कि उसने किस व्यक्ति अथवा किस संस्था से कर्ज लिया था, लेकिन जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि मृतक और उनकी पत्नी अक्सर बीमार रहते थे। मामले की और भी अधिक गहराई से जांच की जा रही है। जांच प्रतिवेदन के अनुसार मृतक के परिवार में पत्नी और दो नाबालिक बच्चे हैं। मृतक के नाम पर कृषि भूमि नहीं है। रोजगार के लिए अक्सर हर साल उनका लखनऊ और अन्य स्थानों में आना-जाना लगा रहता था।
अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पत्नी श्रीमती दुर्गेश बाई के नाम पर राशन कार्ड बना हुआ है। इस राशनकार्ड पर उनके द्वारा वर्ष के 60 दिनों को छोड़कर दस माह तक निरंतर राशन लेते रहे हैं। परिवार के सदस्यों कथन के अनुसार उनके दादा के नाम पर 1.069 हेक्टेयर जमीन गांव में है। इस जमीन पर वे अपने अन्य परिजनों के साथ खेती करते थे। सोयाबीन की खेती एक एकड़ में की गई थी, जो अल्पवर्षा के कारण प्रभावित हुई है। इस पर राजस्व पुस्तक परिपत्र (आर.बी.सी.) 6-4 के तहत मुआवजा देने के लिए तहसीलदार द्वारा कार्रवाई की जा रही है। जिला कलेक्टर ने कहा है कि सम्पूर्ण मामले की गहराई से छानबीन में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।