लॉकडाउन में फंसा मुस्लिम युवक, रमजान में हिंदू परिवार करा रहा इफ्तारी
असम
कोरोना वायरस महामारी के बीच एक तरफ जहां देश के कुछ हिस्सों से देश की संस्कृति को ठेस पहुंचाने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं तो कुछ तस्वीरें ऐसी भी हैं जो राहत देने के साथ ही एकता का संदेश भी देती हैं. ऐसी ही एक तस्वीर असम से आई है.
देश में 25 मार्च से लगातार लॉकडाउन लागू है. जो जहां था, वहीं फंसा हुआ है. छात्रों से लेकर कामगार तक अपने घरों से दूर फंसे हुये हैं. ऐसा ही एक मुस्लिम युवक असम के माजुली में भी है. इसी बीच शनिवार से मुसलमानों के पवित्र महीने रमजान की शुरुआत हो गई है. रमजान में ये मुस्लिम युवक भी रोजा रख रहा है. सबसे खूबसूरत बात ये है कि इस युवक के लिये इफ्तारी (शाम के वक्त रोजा खोलना) का इंतजाम एक हिंदू परिवार कर रहा है.
सिर्फ इतना ही नहीं ये परिवार बाकायदा इस युवक के साथ बैठकर इफ्तार में शामिल भी होता है. ऑल इंडिया रेडियो न्यूज ने ये तस्वीर जारी की है. जिसमें एक परिवार की महिला और पुरुष के बीच युवक टोपी लगाये बैठा है. सामने खाने-पीने की चीजें रखी हैं और तीनों ही लोग साथ में चाय पी रहे हैं.
देश में आपसी सौहार्द बढ़ाने वाली इस तरह की तस्वीर अक्सर सामने आते रहती हैं. कभी दिवाली के मौके पर मुस्लिम समाज के लोग अपना फर्ज निभाते हैं तो कहीं ईद या रमजान के मौके हिंदू समाज के लोग भाईचारे की मिसाल पेश करते हैं. आजकल देश में जारी लॉकडाउन के बीच भी ऐसी तमाम खबरें आ रही हैं और लोग धर्म-जाति भूलकर एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं, खाने-पीने की चीजे मुहैया करा रहे हैं और मुश्किल वक्त में देश की एकजुटता को बरकरार रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं.