दिल्ली चिड़ियाघर में शेर के लिए काटी जा रही भैंस
नई दिल्ली
कोरोना वायरस लॉकडाउन का असर हमारे साथ-साथ जानवरों पर भी पड़ा है। दिल्ली के चिड़ियाघर की ही बात कर लें। यहां रहनेवाली बिग कैट्स (शेर, टाइगर आदि) को इन दिनों खाने की बहुत दिक्कत है, जिसकी पूर्ति के लिए चिड़िया घर के परिसर में ही जानवरों को काटना पड़ रहा है। इसकी वजह से लॉकडाउन की वजह से मांस न मिलना। इनके लिए गाजीपुर बूचड़खाने से मांस आता है जो लॉकडाउन की वजह से अब बंद है।
दिल्ली के चिड़ियाघर में करीब 20 बिग कैट्स हैं। इनके खाने का इंतजाम अब चिड़ियाघर में ही किया जा रहा है। इसके लिए परिसर में ही भेंसों की कटाई हो रही है जिसका मांस इन्हें खिलाया जा रहा है। इसके लिए प्रशासन से इजाजत पहले ही ले ली गई है। क्या रेड मीट की जगह चिकन नहीं खिलाया जा सकता। इसपर चिड़ियाघर के अधिकारी ने बताया कि ऐसा करने पर प्रोटीन की कमी हो जाएगी और ऐसा होने पर आगे उन्हें बीमारियां घेर सकती हैं। इन दिनों स्टाफ के लोग ही मंडियों में जाकर बाकी जानवरों के चारे आदि का इंतजाम कर रहे हैं। रोज करीब 6 से 8 घंटे इसी काम में लगते हैं।
कहां से ला रहे भैंस
अधिकारी ने बताया कि स्टाफ ही आस-पास स्थित गांवों से ऐसी भैंसों को खरीद रहे हैं जिन्हें काटा जा सके। बताया कि इन 20 जानवरों को एक दिन में 300 किलो रेड मीट चाहिए होता है। उन्होंने बताया कि भैंसों को काटते वक्त और लाने के बाद सैनिटाइजेशन का पूरा ख्याल रखा जाता है। जानवरों और चारे आदि में भी साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।