बिलासपुर में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिये अस्पतालों में बनाये गये आईसोलेशन वार्ड
बिलासपुर कलेक्टर ने किया निरीक्षण, देखी व्यवस्था
बिलासपुर कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिये जिला अस्पताल, सिम्स और अपोलो अस्पताल में आईसोलेशन वार्ड बनाये गये हैं। कलेक्टर डॉ.संजय अलंग ने इन अस्पतालों में बनायी गयी व्यवस्था का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
जिला अस्पताल के द्वितीय तल में पुराने एसएनसीयू वार्ड में 6 बेड का आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में दो डॉक्टर सहित चार स्टॉफ की ड्यूटी लगाई गई है। सभी को पीपीई का प्रशिक्षण दिया गया है। वार्ड के भीतर ही शौचालय साथ ही वार्ड तक पहुंचने के लिये अलग प्रवेश द्वार भी है। जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉ.मधुलिका सिंह ठाकुर ने बताया कि कोरोना वायरस से निपटने के लिये सभी तैयारी की गई है। उन्होंने बताया कि सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों के लिये अस्पताल के प्रवेश द्वार की समीप ही कक्ष क्रमांक 30 में अलग व्यवस्था की गई है। मरीजों का पंजीयन एवं उपचार यहीं पर किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने निर्देशित किया कि कोरोना वायरस से निपटने के लिये एसओपी का पालन किया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिये और वेंटिलेटर सतत् रूप से कार्य करता रहे।
कलेक्टर ने सिम्स में बनाये गये आईसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। यहां वार्ड में मापदण्ड के अनुरूप व्यवस्था नहीं होने पर उन्होंने असंतोष जताया और एसओपी का पालन करते हुए कोरोना से निपटने के लिये तैयार करने के निर्देश दिये। कलेक्टर डॉ.अलंग अपोलो अस्पताल भी गये। यहां दो कक्षो में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को रखने के लिये विशेष वार्ड बनाया गया है। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि अस्पतालों में आने वाले हर व्यक्ति को हेंड सेनेटाईजर उपलब्ध कराया जाए और साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।