भड़काऊ भाषण देने के आरोप में स्वरा भास्कर के खिलाफ अर्जी दाखिल
कानपुर
बालीवुड स्टार स्वरा भास्कर के खिलाफ परिवाद अर्जी दाखिल की गई है। न्यायाधीश ने अर्जी स्वीकार कर ली है। वादी के बयान 18 मार्च को होंगे। अधिवक्ता विजय बख्शी ने शनिवार को एमएम सप्तम न्यायालय में अर्जी देकर आरोप लगाया है कि सिनेमा स्टार स्वरा भास्कर बयानों के जरिए लोगों को केंद्र सरकार, न्याय पालिका के प्रति भड़का रही हैं। वीडियो, यूट्यूब व अन्य सोशल साइट के जरिए वह जहर उगल रही हैं। यह गतिविधि देश विरोधी है। अर्जी में अपील की गई है कि स्वरा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश जारी कर कार्रवाई कर न्याय दिलाया जाए। परिवादी ने सीडी और वीडियो के साक्ष्य होने का भी जिक्र किया है। न्यायाधीश ने अर्जी स्वीकार कर परिवादी को पक्ष रखने का मौका दिया है।
सरकार की हरकतों पर भरोसा नहीं : स्वरा भास्कर
सीएए और एनआरसी… इस समय देश के सबसे ज्वलंत मुद्दे… यों तो इन मामलों पर सरकार और विपक्ष एक दूसरे को घेरते हैं लेकिन सिने अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने इन पर अपनी राय खुलकर रखी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उनको सरकार के काम और हरकतों पर भरोसा नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि जो बच्चा पैदा नहीं हुआ उसका मुंडन क्यों करा रही हैं, आखिर प्रधानमंत्री किस भाषा में कहें कि एनआरसी नहीं आ रहा है तो स्वरा ने जवाब दिया कि प्रधानमंत्री हमें नहीं देश के गृहमंत्री को समझा दें कि एनआरसी नहीं आएगा। स्वरा ने यह भी कहा कि एनआरसी या सीएए के नाखून या पंजे नहीं हैं जो उससे डरा जाएगा बल्कि डर उस संदर्भ का है कि जिसके आधार पर सीएए-एनआरसी का खाका खींचा गया है।