डोभाल के बाद दिल्ली की गलियों में स्पेशल कॉप
नई दिल्ली
हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्व दिल्ली में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के बाद केंद्र सरकार लोगों के बीच भरोसा बहाली का भी काम कर रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के बाद अब नवनियुक्त स्पेशल पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव भी हिंसा प्रभावित राजधानी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में सड़कों पर उतरे हैं। उन्होंने आज गलियों में घूमकर आम लोगों की समस्याएं व शिकायतें सुनीं। श्रीवास्तव आज खजूरी खास में आम लोगों से मिले। इस दौरान महिलाएं, युवाओं, बुजुर्गों सभी ने अपनी आपबीती उनके सामने रखी।
आपको बता दें कि तीन दिन तक चले खूनखराबे को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने 25 फरवरी को सीएम अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की थी। बैठक के बाद एसएन श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से विशेष पुलिस आयुक्त (लॉ ऐंड ऑर्डर) नियुक्त किया गया। इसके अगले ही दिन जाफराबाद मेट्रो स्टेशन और मौजपुर चौक को खाली करा लिया गया, जहां सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी।
हालात को नियंत्रण में लाने के लिए एनएसए डोभाल को भी बुलाया गया। बुधवार को वह सीलमपुर, भजनपुरा, यमुना विहार, मौजपुर जैसे हिंसाग्रस्त इलाकों में घूमते नजर आए। उन्होंने आम लोगों से बातकर भरोसा बहाली की कोशिश की। इस दौरान लोग उनके सामने बिना हिचक के आए और अपनी समस्याएं रखीं। किसी ने अपने दुकान जलने का दुख जाहिर किया, तो किसी ने स्कूल न जा पाने की चिंता सामने रखी तो किसी ने अपनों को खोने का दर्द बयां किया। डोभाल ने सबकी बातें सुनीं और उन्हें भरोसा दिलाया कि पुलिस उनकी सुरक्षा में हर वक्त मौजूद रहेगी और उन्हें डरने की आवश्यकता नहीं है। जम्मू-कश्मीर के बाद पहली बार था जब डोभाल एकबार फिर सड़क पर आम लोगों से बात करते नजर आए।
उधर, अडिशनल कमिश्नर एम एस रंधावा ने पुरानी दिल्ली की अमन कमिटी के लोगों के साथ बैठक की। इसमें दिल्ली के मंत्री और स्थानीय विधायक इमरान हुसैन भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि हिंसा प्रभावित सभी इलाकों में स्थिति अब नियंत्रण में है और वहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अब तक हिंसा में 34 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस ने 18 एफआईआर दर्ज की है और 106 लोगों को अरेस्ट भी किया है।