शारापोवा का संन्यास, बोलीं- टेनिस ने दुनिया दिखाई
लंदन
पांच बार की ग्रैंड स्लैम विजेता रूस की महिला खिलाड़ी मारिया शारापोवा ने बुधवार को टेनिस को अलविदा कह दिया। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, शारापोवा ने वोग एंड वैनेटी फेयर में आलेख में लिखा है, 'मेरा शरीर बाधा बन गया था।' वह कंधे की चोट से जूझ रही थीं। शारापोवा ने 2004 में 17 साल की उम्र में विंबलडन के रूप में अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था और 2012 में फ्रेंच ओपन जीत करियर स्लैम भी पूरा किया था।
2004 में शारापोवा ने वर्ल्ड नंबर 1 सेरेना विलियम्स को मात ते विंबलडन जीता था। 2012 के बाद उन्होंने 2014 में भी फ्रेंच ओपन जीता था। 2006 में वह अमेरिकी ओपन और 2008 में आस्ट्रेलियन ओपन जीतने में सफल रही थीं। 2016 में शारपोवा पर डोपिंग के कारण 15 महीनों का प्रतिबंध लगा था। 2017 अप्रैल में उन्होंने वापसी की थी।
टेनिस से अपने संन्यास की घोषणा करने वाली मारिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर संन्यास पर अपने विचार भी प्रकट किए। उन्होंने लिखा, 'टेनिस ने मुझे दुनिया दिखाई- और इसने मुझे दिखाया कि मैं कैसे बनी हूं। मैंने खुद को इसी से परखा और इसी से मैंने अपनी प्रगति को मापा। और अब आगे मैं जो भी अपना अगला अध्याय, अपना नया शिखर चुनुंगी, मैं हमेशा खुद को आगे धकेलूंगी, मैं ऊपर चढ़ती रहूंगी। मैं प्रगति करती रहूंगी।'
मारिया ने आगे लिखा, 'टेनिस- मैं अलविदा कह रही हूं।'