25 फरवरी दिव्या भारती का जन्मदिन
साल 1974, 25 फरवरी का दिन। मुंबई में इंश्योरेंस अफसर ओम प्रकाश भारती के घर उस दिन खुशियों ने दस्तक दी। वह पिता बने थे। पत्नी मीता भारती ने एक फूल जैसी बेटी को जन्म दिया। नाम रखा दिव्या भारती। बचपन से ही चुलबुली, किसी गुड़िया की तरह दिखने वाली दिव्या को माता-पिता ने बड़े दुलार से पाला। दिव्या पढ़ाई में एवरेज थीं, इसलिए 9वीं क्लास में ही उन्होंने ऐक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। दिव्या भारती की क्यूनेस और दमदार ऐक्टिंग ने हर किसी का दिल जीता।
1992 में बॉलिवुड डेब्यू, 1993 में मौत
दिव्या भारती सिनेमाई दुनिया का वह चेहरा बनी, जिसे पर्दे पर रोता देखकर पत्थर दिल भी पिघल जाए। दिव्या ने 1990 में बड़े पर्दे पर तेलुगू फिल्म 'बोबिली राजा' से डेब्यू किया था। 1992 में 'विश्वात्मा' फिल्म से उन्होंने बॉलिवुड में एंट्री की। पर्दे पर उन्हें पहली बार देखकर ही समझ में आ गया कि ‘सात समंदर पार’ भी दिव्या जैसी कोई नहीं है। लेकिन यह दुर्भाग्य ही है कि 1993 में ही दिव्या हम सभी को छोड़कर चली गईं।
शादी के 11 महीने बाद मौत की खबर
महज 3 साल के सिनेमाई करियर में दिव्या ने 22 फिल्मों में काम किया। उनकी पॉप्युलैरिटी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि दिव्या की 13 बॉलिवुड फिल्मों में से 12 हिट या सुपरहिट रहीं। बताया जाता है कि जब दिव्या की दुर्घटना में मौत हुई तब उनकी झोली में 20 से ज्यादा फिल्में थीं। 10 मई 1992 को फिल्म प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला से दिव्या की शादी हुई। लेकिन इसके 11 महीने बाद ही उनकी मौत की खबर ने कुछ सेकेंड्स के लिए ही सही सिनेमा प्रेमियों की सांसें रोक दी।
तुलसी अपार्टमेंट और 5वीं मंजिल की खिड़की
दिव्या भारती की मौत पर पुलिस की जांच खत्म हो चुकी है। लेकिन 5 अप्रैल 1993 के उस हादसे को कुछ लोग सुसाइड तो कुछ मर्डर तक बता देते हैं! जबकि यह साफ हो चुका है कि वह सब एक हादसा था। वह वर्सोवा, अंधेरी वेस्ट मुंबई के तुलसी अपार्टमेंट की पांचवी मंजिल थी। अपार्टमेंट के लिविंग रूम की खिड़की से दिव्या रात 11:30 बजे ग्राउंड फ्लोर पर गिरीं। उन्हें आननफानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
उसी दिन दिव्या ने फाइनल की थी डील
यह भी दिलचस्प है कि जिस दिन दिव्या भारती की मौत हुई, उसी दिन उन्होंने एक नए अपार्टमेंट की डील साइन की थी। दिव्या उस दिन चेन्नई से एक फिल्म की शूटिंग करके लौटी थीं। अगले दिन उन्हें एक अन्य शूट के लिए हैदराबाद जाना था, लेकिन अपार्टमेंट की डील के लिए उन्होंने शूट को पोस्टपोन कर दिया। उस दिन दिव्या भारती के पैर में चोट भी लगी थी, जिसके बारे में उन्होंने अपने डायरेक्टर को भी बताया था।
तब घर पर मौजूद थे ये लोग
जांच की फैक्ट फाइल में यह बात दर्ज है कि शूट कैंसल और अपार्टमेंट की डील पक्की करने के बाद दिव्या रिलैक्स करना चाहती थी। उन्होंने वर्सोवा वाले फ्लैट पर ड्रेस डिजाइनर फ्रेंड नीता लुल्ला और उनके हसबैंड डॉ. श्याम लुल्ला से मिलने का फैसला किया। वर्सोवा के जिस फ्लैट में दिव्या रहती थीं, वह उनके नाम पर रजिस्टर्ड नहीं था। नीता और उनके हसबैंड उस रात करीब 10 दस बजे दिव्या के फ्लैट पर पहुंचे थे। तीनों लिविंग रूम में ही जाम से जाम टकराकर बातें करते रहे थे।
खिड़की पर बैठी थीं दिव्या, मेड से कर रही थीं बात
घर में उस वक्त दिव्या भारती की हाउस हेल्फ यानी मेड अमृता भी थी। दिव्या, श्याम और नीता लिविंग रूम में बैठकर टीवी देख रहे थे, जबकि अमृता किचन में सभी के लिए खाना पका रही थी। इसी बीच दिव्या बात करते हुए लिविंग रूम की खिड़की की तरफ बढ़ीं। यह खिड़की पार्किंग की तरफ थी और इसमें ग्रिल नहीं थी। दिव्या खिड़की पर बाहर की तरफ पैर करके बैठ गईं। खिड़की के बाहर लगभग एक फुट की पट्टी थी। दिव्या के दोस्तों का कहना है कि वह अक्सर ऐसे बैठना पसंद करती थीं।
वह खिड़की की चौखट पकड़ रही थीं, लेकिन फिसल गया हाथ
अब दिव्या लिविंग रूम की खिड़की पर बैठी थीं, वहीं अंदर नीता और श्याम टीवी देख रहे थे। दिव्या इस दौरान अपनी मेड अमृता से लगातार बात भी कर रही थीं। पुलिस में दर्ज बयान के मुताबिक, इस बीच खिड़की पर बैठी दिव्या ने लिविंग रूम की तरफ मुड़कर देखा और अपना एक हाथ खिड़की की चौखट को मजबूती से पकड़ने के लिए बढ़ाया। वह शायद वहां से उठना चाहती थीं। लेकिन तभी उनका हाथ फिसल गया और वह 5वीं मंजिल से सीधे नीचे गिर गईं।
7 अप्रैल को किया गया अंतिम संस्कार
इस हादसे का अंदेशा होते ही पलभर में नीता, श्याम और अमृता भागकर नीचे पहुंचे। वहां पार्किंग में दिव्या तड़प रही थीं। उन्हें जल्दी से अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां उन्होंने दम तोड़ दिया। दिव्या की मेडिकल रिपोर्ट डॉ. त्रिपाठी ने तैयार की। उनके मुताबिक दिव्या के पेट में कुछ मात्रा में अल्कोहल पाया गया। इसके बाद 7 अप्रैल को हिंदू रीति रिवाज से दिव्या का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सुहागन की तरह लाल जोड़े में निकली थी अंतिम यात्रा
दिव्या और साजिद नाडियाडवाला ने गुपचुप शादी की थी। साजिद मुसलमान हैं और दिव्या हिंदू थीं। दोनों जल्द ही दुनिया को यह खुशखबरी देने वाले थे। लेकिन उससे ठीक पहले हुए इस हादसे ने साजिद को अंदर से हिलाकर रख दिया। दिव्या को एक सुहागन की तरह विदा किया। दुल्हन के लिबास में उनकी अंतिम यात्रा निकली।
मौत के बाद रिलीज हुईं दो फिल्में
पांच अप्रैल 1993 को मौत के बाद दिव्या की दो फिल्में रिलीज हुईं। कमल सदाना के साथ ‘रंग’ म्यूजिलक हिट रही। जबकि जैकी श्रॉफ के साथ ‘शतरंज’ कुछ खास नहीं कर पाई। बताया जाता है कि दिव्या ने अनिल कपूर के साथ ‘लाडला’ की शूटिंग करीब-करीब पूरी कर ली थी। लेकिन फिर बाद में उनकी जगह श्रीदेवी को कास्ट किया गया। दिव्या ‘मोहरा’, ‘विजयपथ’ और ‘आंदोलन’ जैसी फिल्मों के लिए भी साइन की गई थीं।