दिल्ली हिंसा में अबतक 5 की मौत, मौजपुर और ब्रह्नपुरी में फिर से पत्थरबाजी शुरू
नई दिल्ली
नागरिकता कानून संशोधन (सीएए) को लेकर शुरु हुआ बवाल उत्तर पूर्वी दिल्ली में अब खतरनाक मंजर अख्तियार करता जा रहा है. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सोमवार को जमकर हिंसा हुई. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सात जगहों पर पथराव और आगजनी हुई. दिल्ली हिंसा में अबतक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल भी शामिल हैं. साथ ही 100 से ज्यादा घायल हैं.
मंगलवार सुबह भी हालात तनावपूर्ण है. सुबह-सुबह पांच मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया. मौके पर बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात है. देर रात से सुबह तक मौजपुर और उसके आस-पास इलाकों में आगजनी के 45 कॉल आए, जिसमें दमकल की एक गाड़ी पर पथराव किया गया, जबकि एक दमकल की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया. तीन दमकलकर्मी घायल हुए है.
5 मेट्रो स्टेशन और स्कूल-कॉलेज बंद
एहिताहतन जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है. पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. इसके साथ ही नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के सभी स्कूल आज बंद है. धारा 144 लागू कर दी गई है. पूरे इलाके में पुलिस फोर्स की भारी तैनाती की गई है. दिल्ली से सटे दूसरे राज्यों को हाई अलर्ट कर दिया गया है.
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, कल रात में दिल्ली हिंसा मामले पर गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ी बैठक की. अहमदाबाद से लौटने के तुरंत बाद अमित शाह ने समीक्षा बैठक की. रात 11 बजे से डेढ़ बजे तक चली इस बैठक में गृह सचिव, इंटेलिजेंस ब्यूरो चीफ, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और गृह मंत्रालय के दूसरे अधिकारी शामिल थे. हालात पर कड़ी नजर रखने का आदेश दिया गया है.
कब-कब क्या-क्या हुआ
22 फरवरी- रात के 10.30 बजे: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे धीरे-धीरे सीएए के विरोध में महिलाओं की भीड़ जुटनी शुरू हुई. महिलाओं ने स्टेशन के नीचे एक तरफ की सड़क को जाम कर दिया और विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया.
23 फरवरी- सुबह के 9 बजे: जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे की सड़क बंद हो जाने से ट्रैफिक की आवाजाही पर असर पड़ा, जिससे लोगों की मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हालात को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से सड़क खोलने को कहा. इस बीच बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर लोगों से सीएए के समर्थन में मौजपुर चौक पर जमा होने की अपील की.
23 फरवरी- 3.30-4 बजे: सीएए समर्थकों की भीड़ के बीच कपिल मिश्रा ने भड़काऊ भाषण दिया. पुलिस को 3 दिन के भीतर सड़क खुलवाने का अल्टीमेटम दिया.
23 फरवरी- 3.45-4 बजे: बाबरपुर इलाके में सीएए समर्थकों पर कुछ लोगों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए.