अब राशन लेना है तो आंखों का करवाना होगा स्कैन, सरकार ने जारी की नई नीति
भोपाल
अब यदि आपको राशन लेना है तो आंखों का स्कैन करवाना होगा. इसके बाद ही आपको सरकार से मिलने वाला राशन प्राप्त हो सकेगा. इससे पहले थंब इंप्रेशन के जरिए राशन वितरण किया जाता था. थंब इंप्रेशन में आ रही दिक्कतों के बाद सरकार ने एक नया पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने का निर्णय लिया है.
इस पायलेट प्रोजेक्ट की शुरूआत भोपाल और इंदौर से होगी. इस प्रोजेक्ट के जरिए सरकार का फोकस 10 राशन दुकानों पर आईरिस स्कैनर लगवाने का है.आइरिस स्कैनर लगने से राशन कार्ड धारक की पहचान आंखों के जरिए भी हो सकेगी और उसे राशन मिलने में परेशानी नहीं होगी. किसान और ग्रामीण क्षेत्रों में काम-काज करने वाले मजदूरों के हाथ की रेखाओं के साथ अंगुलियों और अंगूठे की रेखाएं भी घिस जाती हैं जिससे कई बार थंब इंप्रेशन नहीं मिल पाते थे और हितग्राही राशन लेने से वंचित रह जाते थे.
यदि ये प्रोजेक्ट 10 दुकानों में सफल रहा तो ये आईरिस स्कैनर प्रदेश की हर राशन दुकानों पर लगाए जाएंगे. सरकार इस प्रोजेक्ट को सफल करने के साथ ही सभी दुकानों को इंटरनेट कनेक्टिविटी से जोड़ने की तैयारी में है. अपात्र या श्रेणी के बाहर आए हितग्राहियों का नाम काटने को लेकर एक्शन मोड में सरकार आ चुकी है. इस नई व्यवस्था से ऐसे लोगों की मॉनिटरिंग हो सकेगी.
कांग्रेस प्रवक्ता मानक अग्रवाल की मानें तो नई टेकनोलॉजी का इस्तेमाल करके सरकार कई सुविधा से वंचित लोगों की मदद कर सकेगी तो वहीं सरकार के इस प्रयास को बीजेपी ने भी सराहा है लेकिन सरकार को साथ ही ये हिदायत भी दी है की योजना का लाभ हितग्राहियों को हर हाल में मिलना ही चाहिए.