कानून का पाठ पढ़ने भारत पहुंचे बांग्लादेश के 40 जज, इस ज्यूडिशियल एकेडमी में होगी इनकी ट्रेनिंग
जबलपुर
मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित स्टेट ज्यूडिशियल एकेडमी (State Judicial Academy) में यूं तो प्रदेश और देशभर के जजों की ट्रेनिंग होती है लेकिन ये पहला मौका है जब स्टेट ज्यूडिशियल एकेडमी में विदेशी जजों को ट्रेनिंग दी जा रही है. दरअसल बांग्लादेश के 40 जज भारत पहुंचे हैं. इन जजों की जबलपुर में शनिवार से कानूनी पाठशाला शुरू हो गई है. ये सभी विदेशी जज पड़ोसी देश बांग्लादेश के हैं, जो जबलपुर स्थित मध्य प्रदेश राज्य न्यायिक अकादमी में प्रशिक्षण लेने आए हैं. ये दल 7 दिनों तक मध्य प्रदेश न्यायिक प्रशिक्षण अकादमी में भारतीय न्यायिक व्यवस्था से परिचित होगा और इसके सिद्धांतों को समझेगा.
7 दिनों तक चलने जा रही इस ट्रेनिंग के दौरान विदेशी जजों को कानून व्यवस्था के साथ भारत के संवैधानिक मूल्यों के बारे में भी बताया जाएगा. भारत के विदेश मंत्रालय ने इंडियन टैक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन प्रोग्राम के तहत इस ट्रेनिंग का आयोजन किया है. इस ट्रेनिंग में जबलपुर हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता भी बांग्लादेशी जजों को कानूनी दांव पेंचों की बारीकियां बताएंगे. जबलपुर की स्टेट ज्यूडिशियल एकेडमी में 7 दिनों की ट्रेनिंग लेने पहुंचे ये सभी जज बांग्लादेश की जिला अदालतों के सीनियर जज हैं.
गौरतलब है कि हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अजय कुमार मित्तल और अकादमी के प्रभारी जस्टिस संजय यादव ने केन्द्र सरकार के प्रस्ताव को संजीदगी से लेते हुए इस आयोजन अपनी सहमति दी थी. इसके बाद ही जजों के प्रशिक्षण का रास्ता साफ हुआ. अकादमी के पदाधिकारियों का कहना है कि ये गर्व का विषय है कि पूरे देश में से इसी अकादमी का चयन इस प्रशिक्षण के लिए किया गया है.