BJP ने काले रंग के झंडों पर जताई आपत्ति, कहा- ये मनहूसियत का प्रतीक
भोपाल
बीजेपी का आरोप है कि काले रंग के जो झंडे सड़कों के किनारे लगाए गए हैं, वो मनहूसियत और विरोध के प्रतीक हैं, लिहाजा इन्हें हटाकर नए रंग के ध्वज लगाए जाएं. दरअसल राजधानी भोपाल के वीआईपी रोड पर आईफा समारोह के स्वागत के लिए बड़े तालाब पर बने ब्रिज के दोनों ओर झंडे (Flags) लगाए गए हैं. ये झंडे काले रंग के हैं जो दूर तक चमकते हुए दिखाई देते हैं. बीजेपी ने इसी को आधार बनाकर विरोध जताया है. बीजेपी की मांग है कि झंडों का रंग बदलकर इन्हें रंग बिरंगा किया जाए.
बता दें कि बीते दिनों सुपरस्टार सलमान खान और अभिनेत्री जैकलिन ने सीएम कमलनाथ के साथ भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसी दौरान ऐलान किया गया था कि आईफा 2020 का आयोजन मध्य प्रदेश के इंदौर में किया जाएगा. इंदौर में आईफा का आयोजन 27 से 29 मार्च के बीच किया जाना है जबकि आईफा का एक आयोजन 21 मार्च को भोपाल में भी होगा.
बीजेपी के भोपाल जिले के अध्यक्ष विकास विरानी ने कहा है किसी भी समारोह में काले रंग को अपशकुन और मनहूसियत का प्रतीक माना जाता है. काले रंग के झंडे विरोध का भी प्रतीक हैं, लिहाजा इतने बड़े आयोजन के झंडे अगर काले रंग में लगाए जाएं तो ये उचित नहीं है. उन्होंने झंडों का रंग बदले जाने की मांग की. वहीं कांग्रेस का कहना है कि झंडों को लेकर फिजूल के सवाल खड़े किए जा रहे हैं.
आईफा आयोजन के ऐलान के साथ ही इस पर सियासत भी जारी है. बीजेपी सरकार पर फिजूलखर्ची के आरोप लगाकर लगातार निशाना साध रही है जबकि सरकार का तर्क है आईफा के आयोजन से न केवल मध्य प्रदेश की ब्रांडिंग होगी बल्कि इससे मध्य प्रदेश के पक्ष में निवेश का माहौल बनेगा. सीएम कमलनाथ खुद ये कह चुके हैं कि आईफा का आयोजन मध्य प्रदेश में होना एक बड़ी उपलब्धि है.