एक और नन बोली- बिशप ने किया था यौन शोषण
कोट्टयम
रेप के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। केरल की एक और नन ने बिशप के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया है। 35 साल की पीड़ित नन बिशप के खिलाफ चल रहे बलात्कार के मामले में गवाह है और उसने पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराते हुए यह आरोप लगाए हैं।
चंडीगढ़ के पूर्व बिशप को नन से रेप के मामले में 21 सितंबर 2018 को गिरफ्तार किया गया था। फ्रैंको मुलक्कल पहले ऐसे बिशप हैं, जिन्हें रेप के मामले में अरेस्ट किया गया था। 16 अक्टूबर 2018 को बिशप मुलक्कल को जमानत मिल गई थी। शुक्रवार को नन के बयान का एक हिस्सा सार्वजनिक हो गया। बता दें कि बिशप मुलक्कल ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को हटाने के लिए याचिका दाखिल की है। इस पर पीड़ित पक्ष ने आपत्ति जाहिर की है। इस मामले को लेकर अडिशनल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट-1 जज जी गोपाकुमार की अदालत में आज सुनवाई होनी है। बिशप को भी इस सिलसिले में कोर्ट में पेश होना है।
पुलिस का कहना है कि नन के आरोपों पर अभी केस दर्ज नहीं किया गया है क्योंकि नन ऐसा नहीं चाहती हैं और उन्होंने चर्च में काम करते रहने की इच्छा जाहिर की थी। नन का बयान 28 जून 2018 को दर्ज किया गया था। इसके एक दिन पहले ही एक नन ने आरोप लगाया था कि मुलक्कल ने 2014 से लेकर दो साल तक उनका यौन शोषण किया।
क्या है केरल का नन रेप केस
बिशप फ्रैंको मुलक्कल 2014 से 2016 के बीच एक नन के साथ बलात्कार और यौन शोषण के आरोपी हैं। मामले में मुश्किलें बढ़ती देख बिशप मुलक्कल ने एक सर्कुलर जारी करके प्रशासनिक दायित्व दूसरे पादरी को सौंप दिया था। वहीं, वैटिकन ने भी उनको पदमुक्त कर दिया था। उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर लंबा प्रदर्शन चला था।
इस मामले में पुलिस की धीमी जांच ने 8 सितंबर 2018 के बाद तेजी पकड़ी, जब 5 ननों ने गिरफ्तारी की मांग को लेकर कोच्चि में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इस प्रदर्शन को बड़े पैमाने पर जनसमर्थन मिला और सेव सिस्टर्स ऐक्शन काउंसिल के नाम से नया संगठन खड़ा हो गया। अनशन कर रही पीड़िता की एक बहन को उसकी हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बिशप की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पुलिस महानिरीक्षक के कार्यालय तक मार्च भी निकाला गया था।