मंदसौर युवराज सिंह हत्याकांड का मास्टरमाइंड उदयपुर से गिरफ्तार, उदयपुर पुलिस की गिरफ्त में ऐसे आया
मंदसौर
मध्य प्रदेश के चर्चित वीएचपी नेता युवराज सिंह हत्याकांड (Mandsaur Murder Case) में मंगलवार को उदयपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली. उदयपुर में पुलिस ने मंदसौर में हुए इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड दीपक तंवर को गिरफ्तार करते हुए इस मामले में बड़ा खुलासा किया है. दीपक तंवर पर मध्यप्रदेश में दस हजार रुपए का इनाम भी घोषित था.
मंदसौर में 9 अक्टूबर को युवराज सिंह (VHP Leader Yuvraj Singh) की हत्या हुई थी और हत्या का मुख्य आरोपी लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था. देश के विभिन्न शहरों में फरारी काटने के दौरान वह एक-दो बार उदयपुर भी रहा. उदयपुर पुलिस को पहले भी भनक लगी लेकिन उसे पकड़ने में सफलता हाथ नहीं लगी. बीती रात आरोपी दीपक तंवर उदयपुर से मध्यप्रदेश जाने की फिराक था लेकिन इसकी खबर पुलिस लगी और बस स्टेण्ड पर ही पुलिस ने उसे धर दबोच लिया.
पुलिस ने दीपक के पास से एक अवैध बंदूक और दो जिंदा कारतुस भी बरामद किए हैं. मंदसौर में आरोपी दीपक तंवर केबल का व्यवसाय करता था और पहले भी उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं. बताया जा रहा हैं कि वीएचपी के नेता रहे युवराज सिंह भी केबल के व्यवसाय से जुडे़ थे और इसी के चलते यह दुश्मनी पिछले लंबे समय से चली आ रही थी.
दीपक तंवर ने इस घटनाक्रम के दौरान पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की थी. वह अपनी लोकेशन उदयपुर बताने के लिए पहले ही उदयपुर आ गया और मंदसौर में अपने किराए के शूटर से युवराज सिंह की हत्या करा दी. इस घटना के बाद पुलिस ने तीन शूटरों को तो जल्द ही गिरफ्तार कर लिया लेकिन दीपक तंवर तक नहीं पहुंच सकी.
पुलिस से भाग रहे दीपक तंवर ने भारत के कई शहरों में जाकर पुलिस को चमका दिया लेकिन अंत में वह उदयपुर पुलिस के हत्थे चढ़ गया. फरारी काटने के दौरान दीपक तंवर ने मोबाइल का कम से कम इस्तेमाल किया ताकि पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस न कर सके, हालांकि आखिरकार वह पकड़ा गया. उदयपुर पुलिस ने दीपक को गिरफ्तार करने के बाद अब मंदसौर थाना पुलिस को भी सूचित कर दिया है.उधर, दीपक को कोर्ट में पेश किया गया है जहां उसे पुलिस रिमांड पर लिया गया है. अब उससे अवैध हथियार को लेकर पूछताछ की जाएगी. उदयपुर पुलिस की पुछताछ के बाद मंदसौर की पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर मर्डर के मामले में अग्रिम कार्रवाई करेगी.