फॉरेज्ट रेंजर पर पड़े पानी के छींटे तो वनकर्मियों ने की फायरिंग, एक दलित की मौत, एक घायल
शिवपुरी
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शिवपुरी (Shivpuri) जिले में मामूली बात पर दलित युवक पर गोली चलाने का मामला सामने आया है. हैण्डपम्प पर पानी भर रहीं दलित महिलाओं से पानी के छींटे फॉरेस्ट रेंजर पर पड़ने के मामले में हुए विवाद में वनकर्मियों ने रविवार को कथित रूप से कुछ लोगों पर फायरिंग कर दी. फायरिंग में एक दलित व्यक्ति की मौत हो गई जबकि उसका भाई गोली के छर्रे लगने से गम्भीर रूप से घायल हो गया.
पुलिस ने इस मामले में करैरा वन विभाग में पदस्थ फॉरेस्ट रेंजर, डिप्टी रेंजर सहित 15 वनकर्मियों पर हत्या (Murder), हत्या का प्रयास (Attempt to Murder), मारपीट, बलवा और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. आरोपियों में एक महिला वनकर्मी भी शामिल है.
करैरा पुलिस थाना प्रभारी राकेश शर्मा ने बताया कि ग्राम फतेहपुर निवासी सरोज (28) ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में आरोप लगाया कि रविवार दोपहर 2:30 बजे जब वह अपनी चचिया सास ममता, दोनों बेटियों काजल और नंदनी के साथ वन विभाग के चौकी के पास बने हैण्डपम्प पर पानी भर रहीं थीं, तभी वहां पदस्थ रेंजर सुरेश शर्मा हाथ में पानी की बोतल लेकर हैण्डपम्प पर आ खड़े हुए. हैण्डपम्प पर काजल बर्तन धो रही थी जिसके पानी के छींटे रेंजर शर्मा पर चले गए.
उन्होंने कहा कि शिकायत के अनुसार पानी के छींटे पड़ते ही रेंजर ने आपा खो दिया और महिलाओं को गालियां देने लगे, जब उन्हें गाली देने से मना किया गया तो वन विभाग की एक महिला कर्मचारी ने आते ही सरोज और उसकी बेटी ममता को चांटे मारना शुरू कर दिया और बाल पकड़कर घसीट दिया. शर्मा ने कहा कि फरियादी के अनुसार इसी बीच दूसरी लड़की काजल दौड़कर पास ही स्थिति अपने घर गई और अपने पिता मदन और चाचा पंकज को बुलाया. इसी बीच डिप्टी रेंजर राठौर, वनकर्मी रवि शर्मा, रवि बाथम, मुकेश बाथम, रामेश्वर रावत, नंदराम जाटव, गणेश गौतम, सरदार परगट सिंह आदि हाथों में बंदूक आ गए. इनके साथ चार अन्य लोग भी थे.
उन्होंने कहा कि सरोज का आरोप है कि उसके पति मदन और देवर पंकज को उक्त लोगों ने घेर लिया और इन लोगों ने बंदूक के बटों, लात घुसों से मारपीट शुरू कर दी. बचने के लिए जब मदन और पंकज वहां से भागे तो रेंजर सुरेश शर्मा ने इन्हें गोली मारने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि महिला का आरोप है कि भागते समय रेंजर सुरेश शर्मा, वनकर्मी मुकेश बाथम, रवि बाथम आदि ने बंदूक से फायरिंग कर डाली. एक गोली मदन की पीठ में लगी और वह मौके पर गिर गया, जबकि पंकज बाल्मीक के कंधे में गोली के छर्रे लगे हैं.
शर्मा ने कहा कि मौके पर गांव के तमाम लोग एकत्र हो गए थे और घायल मदन तथा पंकज को ग्रामीण अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में मदन ने दम तोड़ दिया. वहीं, पंकज को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. थाना प्रभारी शर्मा ने बताया कि पुलिस ने रेंजर सुरेश शर्मा, एक महिला वनकर्मी, डिप्टी रेंजर राठौर सहित वन विभाग के 15 कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. सभी आरोपी फरार हैं. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद बाल्मीक परिवार ने मदन की लाश को देर शाम थाने में रखकर प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की.