22 करोड़ का स्टेडियम, 5 करोड़ का एस्ट्रो टर्फ मैदान, फिर भी ‘हॉकी की नर्सरी’ बेहाल
राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के राजनांदगांव (Rajnandgaon) शहर के गौरव पथ के पास बना है प्रदेश का पहला इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम (International Hockey Stadium) . इस स्टेडियम के बनने के बाद 'हॉकी की नर्सरी' (Nursery of Hockey) कहे जाने वाले राजनांदगांव के खिलाड़ियों और आम लोगों में काफी उत्साह था और स्टेडियम के बनने के बाद इससे काफी उम्मीदें थी कि आने वाले समय में राजनांदगांव से और भी अच्छे खिलाड़ी निकलेंगे और नेशनल-इंटरनेशनल स्तर तक पहुंचेंगे. लेकिन 22 करोड़ की लागत से बने हॉकी स्टेडियम और करोड़ों की हालत से बने एस्ट्रो टर्फ (Astro turf) की हालत बेहद खराब हो गई है.
इस वजह से खिलाड़ियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मालूम हो कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने स्टेडियम का भूमिपूजन और लोकार्पण किया गया था. इसके बाद जनवरी 2014 में इस स्टेडियम के लोकार्पण के बाद जहां भारत (India) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) की टीम के बीच एक सद्भावना मैच हुआ था जिसमें ऑस्ट्रेलिया की टीम ने जीत हासिल की थी.
स्टेडियम निर्माण के दौरान करीब 5 करोड़ रुपये की लागत से इस मैदान में एस्ट्रो टर्फ मैट बिछाया गया था ताकि यहां इंटरनेशनल और नेशनल मैच हो सके. लेकिन फिर रख रखाव और साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं की गई जिसके कारण टर्फ में लगातार धूल और मिट्टी बैठने लगी है. वहीं मैदान के अलग-अलग हिस्सों से टर्फ उखाड़े ने भी लगा है. करोड़ों की लागत से बने टर्फ और ये स्टेडियम जिला प्रशासन और खेल विभाग की उदासीनता के चलते बदहाली की ओर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है.
लगातार खिलाड़ियों और मीडिया के दबाव के बाद जिला प्रशासन और खेल विभाग नींद से जागा. टर्फ की हालत देखर खिलाड़ियों ने मैदान में खेलने से भी इनकार कर दिया था. लगातार दबाव बनाने के कारण अब जिला प्रशासन और खेल विभाग ने आखिरकार टर्फ की सफाई शुरू करा दी है जिसमें भिलाई और भोपाल की टीमें यहां सफाई करने पहुंची हैं. मशीन और कर्मचारी मंगवाए गए हैं जो लगातार दिन और रात यहां सफाई में लगे है.