आइफा अवार्ड समारोह के लिए मध्य प्रदेश सरकार खजाने से नहीं प्रायोजकों से लेगी राशि
भोपाल। IIFA Award 2020 इंदौर और भोपाल में अगले महीने होने वाले आइफा अवार्ड-2020 पर 73 करोड़ स्र्पए का खर्च आएगा। इसके लिए राज्य सरकार अपने हिस्से के 35 करोड़ स्र्पए सरकारी खजाने से देने के बजाए प्रायोजकों से जुटाएगी। इसके लिए हर प्रायोजक को कम से कम पचास लाख स्र्पए का एक टिकट खरीदना होगा। अवार्ड कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश सरकार के पर्यटन विकास निगम और मुंबई की कंपनी विजक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मिलकर किया जा रहा है। वहीं पर्यटन मंत्री ने भी स्पष्ट कर दिया है कि सरकारी खजाने से कोई राशि खर्च नहीं की जाएगी।
पर्यटन विकास निगम और विजक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड ने आइफा पर खर्च होने वाली राशि का पूरा ब्योरा तैयार कर लिया है। इसके साथ ही पर्यटन विकास निगम और विजक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड के बीच राशि खर्च करने को लेकर अनुबंध भी हो गया है। इसके मुताबिक तीन दिवसीय आइफा अवार्ड कार्यक्रम पर 73 करोड़ स्र्पए की राशि खर्च की जाएगी। इसमें से 35 करोड़ स्र्पए की राशि प्रदेश सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रदेश सरकार ने आइफा के लिए प्रायोजक से चर्चा भी कर ली है। साथ ही अलग-अलग प्रायोजकों ने करीब 32 करोड़ की राशि देने के लिए सहमति दे दी। जबकि शेष 3 करोड़ की राशि जुटाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है।
29 को होगा मुख्य कार्यक्रम: अब तक की तैयारी के मुताबिक अवार्ड कार्यक्रम तीन दिवसीय होगा। 21 मार्च को इसकी शुस्र्आत राजधानी के मिंटो हॉल से होगी। इसमें स्थानीय कलाकारों के नृत्य होंगे।
इसमें प्रवेश आमंत्रण पत्र के जरिए होंगे। 27 मार्च को प्रेस कांफ्रेंस, मीडिया और इंटरटेनमेंट समिट, ग्रीन कारपेट और फैशन शो होगा। 29 मार्च को मीडिया और इंटरटेनमेंट समिट के बाद रात्रि आठ बजे से आइफा अवार्ड कार्यक्रम होगा। इसमें प्रवेश सिर्फ टिकट के जरिए दिए जाएंगे। टिकट की बिक्री 20 फरवरी के बाद ऑनलाइन शुरू की जाएगी।