दिल्ली के ‘दंगल’ में दांव पर लगी है MP के इन नेताओं की साख, चुनाव में जमकर किया था प्रचार
भोपाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Elections 2020) के नतीजों का काउंट डाउन शुरू होने को है. दिल्ली में आप (Aam Aadmi Party) सरकार के खिलाफ बीजेपी और कांग्रेस ने पूरा दम लगाया है. दोनों ही सियासी दलों ने प्रदेश से जुड़े पार्टी नेताओं की एक बड़ी फौज को दिल्ली के दंगल में आप के खिलाफ माहौल बनाने और पार्टी की जीत के लिए उतारा था. बीजेपी ने पार्टी के स्टार प्रचारक शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh chouhan) से लेकर पार्टी के सांसदों और विधायकों को दिल्ली के चुनाव में बूथवार जिम्मेदारी सौंपी थी, तो कांग्रेस ने भी ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindhiya) से लेकर कमलनाथ सरकार के युवा मंत्रियों, पार्टी विधायकों को दिल्ली में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने का जिम्मा सौंपा था. हालांकि एग्जिट पोल के सर्वे ने दोनों ही सियासी दलों की नींद उड़ा दी है.
कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा है कि पार्टी अपनी विचारधारा के साथ दिल्ली की जनता तक पहुंची है और देशभर के नेताओं के साथ ही प्रदेश के नेताओं की ड्यूटी चुनाव प्रचार में लगी थी. मंगलवार को नतीजों से तस्वीर साफ हो जाएगी.
हालांकि बीजेपी को भरोसा है कि एग्जिट पोल के उलट दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी. दिल्ली चुनाव में प्रचार की कमान संभालने वाले बीजेपी विधायक विश्वास सारंग ने कहा है कि पार्टी 48 सीटें हासिल कर पूरा बहुमत हासिल करेगी. बीजेपी में राष्ट्रीय स्तर से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता ने चुनाव में जिम्मेदारी निभाई है.
दिल्ली में 70 सीटों के लिए चुनाव हुआ है और अब नतीजों का इंतजार खत्म होने को है. एक्जिट पोल के शुरुआती रुझानों में दिल्ली में फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार बनती दिख रही है लेकिन छोटे राज्य के चुनाव में बड़ा दम दिखाने वाले बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के लिए दिल्ली की हार जीत के कई मायने हैं साथ ही उन नेताओं के लिए भी ये चुनाव अहम है जिन्होंने दिल्ली संग्राम में खुद को सरताज साबित करने के लिए पूरा जोर लगाया है.