ND vs NZ: पुणे वनडे फिक्सिंग मामले में BCCI ने पिच क्यूरेटर को किया बर्खास्त
–मैच शुरू होने से कुछ घंटे पहले पुणे की पिच को लेकर फिक्सिंग की बात सामने आई थी। इसके बाद बीसीसीआई और आईसीसी के अधिकारियों की मीटिंग शुरू हुई। इसमें मैच होगा कि नहीं ये मुद्दा भी शामिल था।
–इसके बाद बीसीसीआई के पिच क्यूरेटर ने पुणे पिच का इंस्पेक्शन कर उसे ठीक बताया। वहीं, ICC मैच रेफरी ने भी पिच को देखकर कहा कि ये मैच के लिए बिल्कुल ठीक है।
– बीसीसीआई के एक्टिंग प्रेसिडेंट सीके खन्ना ने इस मामले को लेकर एंटी करप्शन यूनिट के हेड नीरज कुमार को लेटर लिखकर इस पर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है।
– गौरतलब है कि इस स्टिंग ऑपरेशन में दो बॉलर्स के लिए पिच बदलने की बात सामने आई थी। पिच क्यूरेटर के अनुसार ऐसी पिच तैयार की गई है जिसपर 337 का स्कोर आसानी से बनाया जा सकता है।
पिच क्यूरेटर के कहा था, 5 मिनट में बदल जाएगी पिच
– स्टिंग ऑपरेशन में पिच क्यूरेटर सिर्फ 5 मिनट में पिच बदलने की बात कह रहे थे। उनके अनुसार, ‘अभी जो कोई आया या आप आए (रिपोर्टर) और बूट रखा। उसे ऐसा करके घुमाया, तो क्या हो गया, पिच तो डैमेज हो गया।’
– बता दें कि मैच से पहले पिच तक किसी भी बाहरी व्यक्ति को जाने की इजाजत नहीं होती है। जबकि, स्टिंग में रिपोर्टर पिच तक पहुंच गया। नियम के अनुसार, पिच तक सिर्फ कोच और कप्तान को जाने की ही इजाजत होती है।
– सालगांवकर को कैमरा पर पिच पर चलते हुए दिखाया गया है। उन्होंने रिपोर्टर से कहा, ‘इस तरह पिच पर चलना मना है, लेकिन मैंने आपके लिए ऐसा किया। बीसीसीआई के पर्यवेक्षक भी आसपास बैठे हुए हैं। इच पिच पर कोई अनजान व्यक्ति नहीं आ सकता है। यह बीसीसीआई और आईसीसी का नियम है।’
फास्ट बॉलर के हिसाब से पिच
– स्टिंग ऑपरेशन में यह दावा किया था कि उसके पत्रकार ने क्यूरेटर से सट्टेबाज़ के तौर पर मुलाकात की और फास्ट बॉलर्स के हिसाब से पिच को तैयार करने के लिए मांग की।
– इस स्टिंग में क्यूरेटर को भी कैमरे पर पिच को फास्ट बॉलर्स के हिसाब से तैयार करने की मांग पर सहमति जताते हुए दिखाया गया है।
सौरभ गांगुली भी हैरान
– इस मामले के सामने आने के बाद पूर्व इंडियन क्रिकेटर सौरव गांगुली ने कहा कि वो खुद शॉक में हैं। उन्होंने कहां, ‘मुझे नहीं पता कि वनडे मैच की पिच बदलकर उसे सटोरियों के हिसाब से बनाने के बारे में वो कैसे कह सकते हैं।’
– वहीं, बीसीसीआई के एक्टिंग प्रेसिडेंट सीके खन्ना के अनुसार, ‘मुझे MCA के पूर्व प्रेसिडेंट अजय शिर्के और मौजूदा प्रेसिडेंट अभय आप्टे के लिए बुरा लग रहा है। दोनों ने रिटायरमेंट के बाद करियर बनाने में पांडुरंग की बहुत मदद की है। पांडुरंग को MCA से हर महीने 65000 रुपए सैलरी मिलती है। वहीं, बीसीसीआई से पेंशन भी मिलती है। पांडुरंग ने इस मामले से दोनों का काफी निराश किया होगा।’
स्टिंग ऑपरेशन क्या बात सामने आई?
रिपोर्टरःदो लोग हमारे संपर्क में हैं। XXXके दो प्लेयर हैं। वो चाह रहे हैं थोड़ा पिच में बाउंस हो जाए, उनको मदद मिल जाए।
पांडुरंगःमिल जाएगा।
रिपोर्टरःमिल जाएगा? पक्का डन?
पांडुरंगःपक्का डन।
रिपोर्टरःअब ये आपने कैसी पिच बनाई है सर, इंडिया-न्यूजीलैंड।
पांडुरंगःबहुत अच्छी पिच है। मेरे ख्याल से 337 होना मांगता।
रिपोर्टरःपक्का।
पांडुरंगःपक्का और 337 रन का स्कोर आसानी से चेज हो सकता है।
रिपोर्टरः हम ये कह रहे हैं कि XXX को फेवर हो जाए। जो 25 अक्टूबर को मैच है इंडिया-न्यूजीलैंड का।
पांडुरंगः वो देखो, मैंने बोला ना, ये 340 रन का विकेट है, दोनों इनिंग में।
रिपोर्टरः नहीं, वो तो आपने कह दिया… उस पर हम बेटिंग कर लेंगे, लेकिन ये जो हम फेवर चाह रहे हैं कल के मैच के लिए।
पांडुरंगःवो अच्छी हो जाएगी, बोले ना।
रिपोर्टरः हो जाएगी फेवर।
रिपोर्टरः बात ये है कि हम ये चाहते हैं कि कल तो यहां मैच है ही इंडिया-न्यूजीलैंड, आगे भी यहां कोई मैच होता है, जिस मैच को आप देखते हैं।
पांडुरंगः ओके, डन।
रिपोर्टरः हम सिर्फ ये चाहते हैं कि जो भी पिच इन्फॉर्मेशन है वो आप हमसे शेयर करें।
पांडुरंग:ओके।
रिपोर्टरः उस पर हम लोग जो भी बेटिंग करेंगे, जो भी बेनिफिट होगा, उसे हम लोग शेयर करेंगे।
पांडुरंगः हां।
रिपोर्टरःडन सर।
रिपोर्टरः अच्छा वही पिच है जो कल आपने दिखाई थी।
पांडुरंगः हां।
रिपोर्टरः 8 नंबर।
पांडुरंगः उसमें कोई नई बात नहीं है।
साभार दैनिक भास्कर