20 फीसदी किसान नहीं बेच सके धान, 89 केंद्रों में खरीदी बंद
मुंगेली
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुंगेली (Mungeli) जिले में पिछले 3-4 दिनों से हो रही लगातार बारिश (Rain) से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. आमतौर पर मकर सक्रांति के बाद ठंड की विदाई मानी जाती है, लेकिन लगातार बारिश से कड़ाके के ठंड की वापसी हुई है और लोग पूरे दिन ठंड से बचने अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेते दिख रहे हैं. बारिश कोहरे और ठंड से शहर का माहौल किसी हिल स्टेशन से कम नहीं लगता. बात करे बेमौसम बारिश से परेशानी की तो इस बारिश से सबसे बुरा हाल किसानों (Farmer) का हो रहा है, क्योंकि जब से बारिश हो रही है जिले के सभी 89 धान खरीदी केंद्रों (Paddy Procurement Center) में धान की खरीदी बन्द हो गई है.
धान खरीदी की अंतिम तारीख 15 फरवरी को कुछ ही दिन बचे हैं. ऐसे में जहां 35 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन अब तक केवल 26 लाख 73 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो सकी है. लगभग 20 प्रतिशत किसान अभी तक धान नहीं बेच सके है. इससे किसान परेशान है और सरकार की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे है कि धान खरीदी की तारीख बढ़ा दी जाए और किसान अपनी उपज बेच सके. वहीं धान के रख रखाव में खरीदी कार्य में लगे कर्मचारियों औऱ समिति प्रबन्धको के लिए बड़ी चुनौती है.
नवागांव धान खरीदी केंद्र के प्रभारी ज्ञानेश मानिकपुरी ने बताया कि धान का उठाव समय पर नहीं कराया जा सका जिसके कारण क्षमता से 4 गुना अधिक धान केंद्र में जाम हो गया है, जिसकी सुरक्षा बड़ी चुनौती है. केपकव्हर और संसाधन की कमी के चलते खुले में रखे धान को भीगने से बचाना मुश्किल हो रहा है. धान बेचने भटक रहे किसान रामसुख राठौर ने बताया कि टोकन नहीं कट रहा है औऱ बारिश ने परेशान कर दिया जिससे हजारों किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं.