कोरोना वायरस की जानकारी के लिए जारी किया हेल्पलाइन नम्बर
इंदौर
कोरोना वायरस दुनियाभर के लिए एक ऐसा आपातकाल माना जा रहा है जिसके समाप्त होना दुनिया को एक नया जीवन देना माना जा सकता है। दरअसल, चीन से फैली इस बीमारी ने दुनियाभर में हड़कंप सा मचा दिया है ऐसे में भारत मे केंद्र और राज्य सरकारे हर कदम फूंक फूंक कर रख रही है। चीन में इस वायरस से मरने वालों का आंकड़ा जहां 490 तक पहुंच गया है वहीं विश्व भर में 4000 नए मामले दर्ज किए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से संबंधित सभी सवालों के जवाब दिए जाने के बाद मध्यप्रदेश सरकार के निर्देश पर इंदौर में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। शुक्रवार को इंदौर जिले की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गडरिया ने कोरोना वायरस की जागरुकता के चलते मीडिया के माध्यम से जनता से अपील की है कि इस संक्रमण से घबराए नही और सतर्कता बरते। डॉ. पूर्णिमा ने बताया कि जिले में कोरोना वायरस से निपटने के लिए वरिष्ठ कार्यालय एवं जिला प्रशासन के निर्देशानुसार व्यापक प्रबंध किये गये है। जिले के सभी शासकीय एवं निजी चिकित्सा संस्था को सर्तक किया गया है।
भोपाल से ऐसे व्यक्तियों की सूची प्राप्त हुआ है जो विगत 1 माह से चीन तथा अन्य प्रभावित देशो की यात्रा कर लौटे है। जिनमे से 6 लोगो को एम.वाय. अस्पताल रैफर किये गया था और उनका परिक्षण भी किया गया है। परिक्षण के दौरान कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाये जाने पर उन्हें घर पर ही आइसोलेशन की सलाह दी गई। भोपाल से प्राप्त 74 व्यक्तियों की सूची इंदौर के चारो झोन की स्वास्थ्य संस्थाओं को दी गई है। संबंधित वार्ड कार्यकर्ता को सूची अनुसार घर पर जाकर निगरानी करेंगे तथा फार्म ए में संबंधित यात्री की जानकारी भरने एवं यात्रियों की काउंसलिंग करने के निर्देश दिये गये। ऐसे यात्रियों को एन-95 मास्क तथा घर वालो को 3 लेयर मास्क वितरित किये जा रहे है। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा स्थानीय कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया जाकर कर्मचारियों की रोस्टर अनुसार 24 घंटे के लिए ड्यूटी लगाई गई है। विभाग द्वारा एक हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किया गया है जिसका दूरभाष कमांक 0731-2537253 है इस नंबर पर ऐसे यात्रियों की सूचना दी जा सकती है जो चीन से लौटे है। इधर, 15 जनवरी के चीन से लौटे यात्रियों के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बाणगंगा, के अतिरिक्त चिन्हित 18 निजी चिकित्सालयों पर भी जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं। वही एम.वाय. सहित अन्य शासकीय अस्पतालों में सभी विभाग अलर्ट पर है।