हथियारों से लैस आधा दर्जन बदमाशों ने SDM कार्यालय पर किया हमला
भोपाल
छतरपुर में हथियारों से लैस आधा दर्जन अज्ञात नकाबपोश बदमाशों ने आज सुबह एसडीएम कार्यालय पर हमला किया। इस हमले में एसडीएम अनिल सपकाले बाल-बाल बच गए। हमलावरों ने उनके चैम्बर और गाड़ी में जमकर तोड़फोड़ की। इस दौरान बदमाशों ने हवा में दो फायर भी किए और फरार हो गए। हालांकि हवाई फायर की कोई भी अफसर पुष्टि नहीं कर रहा है। इस हमले में सकपाले बाल-बाल बच गए।
जानकारी के अनुसार आज सुबह करीब दस बजे एसडीएम अनिल सपकाले अपने दफ्तर में बैठे हुए थे। इस दौरान करीब आधा दर्जन बदमाश नकाब पहनकर आए और दफ्तर के अंदर घुस गए। यहां के कर्मचारी कुछ समझ पाते इससे पहले ही आननफानन में बदमाशों ने एसडीएम के चैम्बर के दरवाजे का कांच तोड़ दिया और अदंर घुस गए। बदमाश अपने हाथों में लाठी के साथ ही हथियार भी रखे हुए थे। बदमाशों ने इसके बाद एसडीएम की टेबल पर लाठी भी मारी, लेकिन इस हमले से एसडीएम बच गए। इसके बाद बदमाश बाहर आए और यहां पर खड़ी उनकी गाड़ी में कांच तोड़ दिए। बताया जाता है कि बदमाशों ने यहां पर दो हवाई फायर भी किए। इसके बाद बदमाश पहाड़ी के रास्ते फरार हो गए।
एसडीएम पर हमले को लेकर भू- माफियाओं पर शक जा रहा है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले छतरपुर की 13 एकड़ जमीन को लेकर एसडीएम के आदेश पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। इसमें शहर के कई बड़े लोग आरोप बने हैं। इसके चलते भी उन पर हमला हो सकता है। वहीं पिछले एक महीने से एसडीएम लगातार भू माफियाओं को लेकर कार्यवाही कर रहे हैं। गुरुवार को भी बड़ी कार्यवाही वे करने वाले थे।
छतरपुर एसडीएम का दफ्तर तहसील कार्यालय में स्थित है। इस दफ्तर के पास ही एसपी का सरकारी बंगला है। सक्रिट हाउस भी यहां के नजदीक है। इसके बाद भी बदमाश हथियारों से लैस होकर आए और हमला कर फरार हो गए।
एसडीएम दफ्तर पर हमला होने के बाद भी छतरपुर जिले के कलेक्टर मोहित बुंदस घटना स्थल पर नहीं पहुंचे। बताया जाता है कि कलेक्टर और एसडीएम के संबंध मधुर नहीं है। कलेक्टर ने कुछ दिन पहले अनिल सपकाले को छतरपुर एसडीएम के पद से हटाकर डिप्टी कलेक्टर बना दिया था। इसके खिलाफ सपकाले हाईकोर्ट चले गए थे। ऐसे में कई दिनों तक एसडीएम कार्यालय में दो एसडीएम बैठा करते थे। बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर सपकाले को एसडीएम का चार्ज मिला। कलेक्टर के यहां नहीं पहुंचने को लेकर यही कारण माना जा रहा है। हालांकि कलेक्टर के आदेश पर यहां पर एडीएम पहुंच गए थे।