जानें कौन हैं वह साइक्लिस्ट डेविड बेकहम जिनकी मोदी ने भी की तारीफ
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 26 जनवरी को अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' में डेविड बेकहम का जिक्र किया। जाहिर सी बात है जब आप इस नाम को सुनते हैं तो आपके जेहन में सबसे पहले इंग्लैंड के मशहूर फुटबॉलर का ही नाम आता होगा। बैकहम एक जाना-पहचाना नाम है और इंस्टाग्राम पर उनके 6 करोड़ से अधिक फॉलोअर्स हैं। लेकिन मोदी ने जिस बेकहम का नाम लिया वह कोई फुटबॉलर नहीं और न ही इंग्लैंड के रहने वाले हैं। यह डेविड बेकहम भारतीय हैं और फुटबॉल भी नहीं खेलते। बैकहम 17 साल हैं और साइक्लिस्ट हैं। बेकहम ने हाल ही में असम की राजधानी गुवाहाटी में हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स कें U-17 स्प्रिंट साइक्लिंग में 10.891 सेकंड का समय लेकर गोल्ड मेडल जीता। इसके साथ ही उन्होंने अंडर-17 टीम स्प्रिंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता। पीएम मोदी ने बैकहम की खूब तारीफ की।
जानें कौन हैं वह बैकहम
बेकहम निकोबार द्वीप समूह के कार निकोबार द्वीप के पारका गांव में रहते हैं। वह यहां अपने मामा के साथ रहते हैं। घर के आंगन में आपको साइकल खड़ी मिल जाएगी।
कैसे मिला नाम
कुछ दिन पहले हमारे सहयोगी टाइम्सऑफ इंडिया डॉट कॉम ने डेविड बेकहम से बात की थी। उनके नाम के बारे की कहानी के बारे में बेकहम ने बताया, 'मेरे मामा डेविड बेकहम के बहुत बड़े फैन हैं। मैंने उन जैसा दीवाना प्रशंसक आज तक नहीं देखा। 2002 में जब बैकहम ने अर्जेंटीना के खिलाफ वर्ल्ड कप में फ्री किक पर वह शानदार गोल किया था तो मैंने सुना है कि वह सारी रात नाचते रहे थे। इंग्लैंड ने वह मैच 1-0 से जीता।' बेकहम ने आगे बताया, 'मैं 2003 में पैदा हुआ और मेरी मां और नाना ने मुझे नाम दिया- डेविड बेकहम।'
अगर फुटबॉलर डेविड बेकहम से कभी मिले तो?
उन्होंने कहा, 'सबसे पहले, तो मुझे यकीन ही नहीं होगा कि डेविड बेकहम यहां हैं। मैं उनसे सीधा यहीं कहूंगा कि मेरा नाम डेविड बेकहम है और मैं साइक्लिस्ट हूं। इसके बाद मैं उनकी प्रतिक्रिया का इंतजार करूंगा।'