71वें गणतंत्र दिवस पर सीएम कमलनाथ ने इंदौर में किया ध्वजारोहण
इंदौर
71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर के नेहरू स्टेडियम में ध्वजारोहण किया. इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा का मेरी सरकार को खाली खजाना मिला था और जीएसटी के चलते केंद्र से भी कम पैसा मिला, बावजूद इसके पिछले 1 साल में हमने 365 वचनों को पूरा किया है और आगे भी जनता से किए वादों को पूरा करते रहेंगे.
सीएम कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में 70 फीसदी किसान रहते हैं. पिछले 1 साल में हमने 20 लाख किसानों का कर्ज माफ किया है. सरकार की कोशिश है कि किसानों को उनकी फसल का पूरा दाम मिले. सरकार ने फसलों के भंडारण की नई योजना की शुरुआत की गई है, इसके तहत 30 लाख मीट्रिक टन भंडारण के वेयर हाउस बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 1 करोड़ लोगों को इंदिरा गृह ज्योति योजना के तहत सस्ती बिजली का लाभ मिल रहा है. हम प्रदेश औद्योगिक निवेश के लिए बेहतर माहौल बना रहे हैं, इसलिए हमने औद्योगिक नीति में सुधार किया है. प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए अब नया कानून लाया जा रहा है, जिसमे 7 दिन में सभी अनुमतियां मिलेगी. उन्होंने कहा कि 7 दिन में अनुमति न मिलने पर उसे अनुमति मान लिया जाएगा.
आदिवासियों के विकास को प्राथमिकता
सीएम कमलनाथ ने कहा कि जब तक विकास आदिवासियों तक नहीं पहुंचेगा, तब तक प्रदेश का विकास नहीं होगा. ऐसे में हमने आदिवासियों के हित में कई बड़े कदम उठाए हैं. प्रदेश में 40 नदियों के तट पर वृक्षारोपण किया जाएगा. वहीं नई आवासीय योजना के तहत अब बेघरों को 15 साल तक किराए पर मकान दिए जाएंगे, उसके बाद मकान का मालिकाना हक उन्हीं को दे दिया जाएगा.
बेहतर हुई कानून व्यवस्था
सीएम कमलनाथ ने कहा कि पिछले 1 साल में कोई बड़ी घटना नहीं हुई है. मिलावट को लेकर भी सरकार ने सख्ती से कदम आगे बढ़ाए हैं. उन्होंने कहा कि एक ईमानदार और काम करने वाली सरकार को अपने काम गिनाने की जरूरत नहीं है. सरकार के काम स्वयं बोलने चाहिए. हमारे काम बोलेंगे. सरकार अकेले कुछ नहीं कर सकती, मध्य प्रदेश जैसे बड़े प्रदेश की प्रगति में प्रदेशवासियों का सहयोग जरूरी है.शिक्षा को बेहतर बनाने की जरूरत सीएम कमलनाथ ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में काफी सुधार लाने की जरूरत है. इस सेक्टर में हमारे सामने बड़ी चुनौती है. स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए 21000 शिक्षकों की भर्ती की जा रही है. शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए हम राज्य स्तर पर शिक्षाविदों को लेकर एक परिषद का गठन कर रहे हैं. इस साल 49 नए कॉलेज खोले गए हैं. खाली पदों को भरने 20 साल बाद पीएसी से चयनित 3000 से ज्यादा सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति की गई है.
2015 के बाद नहीं हुई डॉक्टर्स की भर्ती
सीएम कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में डॉक्टर्स की कमी प्रमुख समस्या है. डॉक्टरों की भर्ती 2015 के बाद नहीं हुई, इस कारण जिला मुख्यालय के बाहर के अस्पतालों में कठिनाई होती है. उन्होंने कहा कि इस समस्या को दूर करने के लिए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. अब तक, सात नए मेडिकल कॉलेज खोले जा चुके हैं और 6 नए मेडिकल कॉलेजों की स्वीकृत किए गए हैं. एमबीबीएस और पीजी में पढ़ने वाले छात्रों के लिए ग्रामीण सेवा अनिवार्य की गई है.