पुलिस टीम पर भीड़ का हमला, पेड़ से बांधकर की पिटाई, काटे बाल
गुवाहाटी
असम में दो पुलिस जवानों को भीड़ द्वारा पीटे जाने की एक घटना सामने आई है. भीड़ से पुलिस के पिटने की यह वारदात असम के नगांव जिले में हुई है. जानकारी के मुताबिक यह घटना राहा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले छपरमुख के नजदीक मिलनपुर इलाके में हुई है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को पुलिसकर्मियों पर भीड़ ने उस वक्त हमला किया जब वे एक केस की तफ्तीश करने मौके पर पहुंचे थे.
शारीरिक प्रताड़ना के एक केस की जांच करने गई थी पुलिस
जानकारी के मुताबिक पुलिस टीम उस इलाके में रहने वाले एक युवक हिरक ज्योति नाथ और उसके परिजनों के खिलाफ लगे केस के खिलाफ पड़ताल करने गए थे. इन लोगों के खिलाफ हिरक की पत्नी को पिछले कई महीनों से शारीरिक रुप से प्रताड़ित करने का मामला दर्ज है. बता दें कि हिरक की पत्नी 5 महीने के एक बच्चे की मां भी है. महिला के परिजनों ने पुलिस में हिरक और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
पुलिस पर गांव वालों ने भी किया था हमला
जब छपरमुख पुलिस प्वाइंट के इंचार्ज प्रफुल्ल बोरा के नेतृत्व में तीन सदस्यों वाली पुलिस की एक टीम इलाके में पहुंची तो उस पर हमला बोल दिया गया. जानकारी के मुताबिक पुलिस पर हमला करने वाले लोगों में आरोपी हिरक और उसकी मां के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्य भी थे. इसके अलावा पुलिस के साथ मारपीट में उन लोगों का साथ वहां के कुछ स्थानीय लोग भी दे रहे थे.
घायल पुलिस अधिकारी को नर्सिंग होम में किया गया भर्ती
भीड़ ने पुलिस ऑफिसर को पकड़कर एक पेड़ से बांध दिया था और उनकी पिटाई भी की. इसके साथ ही भीड़ ने पुलिस अधिकारी के बाल भी काट डाले. घटना के तुरंत बाद एक सिपाही ने इस बारे में राहा पुलिस स्टेशन के इंचार्ज को सूचना दी. सूचना मिलने के साथ ही एक अन्य पुलिस टीम मौके पर पहुंची और भीड़ के कब्जे से पुलिस अधिकारी को बाहर निकाला. जिसके बाद घायल पुलिस अधिकारी को नगांव के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया.
एक गांव वाले ने बताई पूरी कहानी
मिनकपुर इलाके में रहने वाले एक ग्रामीण ने कहा कि आरोपी हिरक ज्योति नाथ और उसके परिजनों ने ही पुलिस टीम पर हमला किया था. उसने कहा, "जब पुलिस आरोपी के घर पहुंची और उसकी मां और बहन से कुछ सवाले पूछे तो उन्होंने पुलिसवालों पर हमला कर दिया".
गांव वाले ने आगे बताया कि इसके बाद आरोपी और कुछ अन्य लोगों ने भी पुलिस टीम पर हमला बोल दिया. पुलिस अधिकारी और एक सिपाही भीड़ के हमले में घायल हुए थे. बाद में राहा पुलिस स्टेशन की एक टीम पहुंची और उन्हें भीड़ के चंगुल से छुड़ाकर बाहर निकाला.
गांव वालों ने पुलिस पर भी लगाया आरोप
हालांकि वहीं दूसरी ओर कुछ गांव वालों ने पुलिस पर भी आरोप लगाया. उनके मुताबिक पुलिस अधिकारी शराब के नशे में था और महिला से छेड़खानी कर रहा था इसके अलावा उसने कुछ लोगों के साथ हाथापाई भी की थी. इस मामले में पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है.