अब तक 23 बच्चो सहित 32 लोगो की मौत, नगर को लील रहा मलेरिया ,मौत ने मचाया कोहराम ,
जोगी एक्सप्रेस
सूरजपुर,ब्यूरो अजय तिवारी , – जिले अंतिम छोर में बसे क्षेत्र चाँदनी बिहारपुर के ग्राम पंचायत कोल्हुआ में एक बार पुन: मौत का तांडव प्रारंभ हो गया है विदित हो की चंद माह पूर्व भी इसी क्षेत्र में कई लोगो की मलेरिया चपेट में आने से मौत हो गई थी जिसके पश्चात आनन फानन में प्रशासन ने उक्त ग्राम पर अस्थायी स्वास्थ्य शिविर लगा कर क्षेत्र में फैले मलेरिया प्रभाव को कम करने का प्रयास किया था परंतु वक्त से पहले ही यह स्वास्थ्य शिविर हटा दिये जाने के कारण पूर्ण रुप से मलेरिया प्रकोप समाप्त नही हो सका जिससे क्षेत्र में एक बार फ़िर मलेरिया अपने पैर पासरने लगा है जिससे पण्डो जनजाति के दो लोगो की मौत हो गई है , वही दो दिन पहले हुए तीन लोगो की मौत का कारण भी ग्रामिण के अनुसार मलेरिया ही है | उल्लेखनिय है की मलेरिया बुखार से एक सप्ताह में पांच लोगो की मौत हो चुकी वहीं अगर बात करें पुराने आंकडो की तो बिहारपुर क्षेत्र में 23 बच्चो सहित 32 लोगो की मौत पूर्व में हो चुकी है |
प्राप्त जानकारी के अनुसार परदेशी पण्डो पिता इन्द्रमन पण्डो उम्र लगभग 24 वर्ष एवं जंगू पण्डो आ0 बंधू पण्डो उम्र लगभग 80 वर्ष की मौत मलेरिया बुखार से हो गई है | वहीं अंतरा कुंवर पण्डो पिता इन्द्रश पण्डो उम्र लगभग 4 वर्ष , सिताकुंवर पण्डो पति जवाहिर पंडो उम्र 40 वर्ष, शिवम पिता विजेंद्र उम्र लगभग 4 वर्ष दो बच्ची एवं 2 बुजुर्गो की मौत का कारण भी मलेरिया ही है | जिससे मौत अकड़ा 3 महीने में बढकर 35 पहुच गया तथा जिसमे 25 बच्चे शामिल हैं | ग्रामिणो की माने तो बीमारी की रोकथाम के लिए शासन द्वारा उचित पहल नही किया जा रहा है इस लापरवाही के कारण आये दिन किसी ना किसी निर्दोष को अपनी जान से हाथ धोना पढ रहा है ,आखिर यह मौत का मंजर कब थमेगा यह भगवान ही जाने |
बिहारपुर क्षेत्र में इतनी मौत होने के बाद भी आज तक इस क्षेत्र को संजिवनी 108 नही मिल सकी यह भी एक अहम वजह इस क्षेत्र में मौत के आकडो के बढने की वही अगर महुली स्वास्थ्य केन्द्र में यूहीं 24 घंटा ताला लटका रहा तो नही पता और कितनो की जान जायेगी |
ग्रामीणों ने तत्काल पुन: स्वास्थ्य कैम्प लगाये जाने के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महुली को 24 घंटे खुलवाये जाने एवं क्षेत्र हेतु 108 संजीवनी एक्सप्रेस की मांग कि हैं | मांग पूरी नही की दशा में ग्रामीणों का कहना है अगर शासन – प्रशासन उनकी माँग पूरी नही हुई तो उनके द्वारा उग्र आंदोलन किया जयेगा