सांसद निधि के इस्तेमाल को लेकर बीजेपी को घेरने की रणनीति बना रही कांग्रेस
भोपाल
सूबे की सियासत में इन दिनों बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. भाजपाईयों के लगातार कांग्रेस सरकार पर हो रहे हमलों के बाद अब कांग्रेस ने बीजेपी के चुने हुए सांसदों (MP) को घेरने की तैयारी कर ली है. कांग्रेस अब प्रदेश के विकास में भाजपा के चुने हुए 28 सांसदों के सहयोग नहीं करने को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है.
विकास में सहयोग नहीं कर रहे बीजेपी के सांसद
कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी के सांसदों ने न तो आपदा के लिए केंद्र से राशि दिलाने में कोई सहयोग किया और न ही सांसद निधि का इस्तेमाल विकास के लिए कर रहे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी सांसद सिर्फ बयानों के जरिए चर्चा में है. और सांसद निधि खर्च नहीं कर विकास में रोड़ा बन रहे हैं और कांग्रेस अब ये बात जनता को बताना चाहती है. कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा है कि बीजेपी सांसद डिक्टेरशिप से बाहर आकर जनसेवक नहीं बन पा रहे हैं. जनता अब अहसास कर रही है कि उनसे भूल हुई है.
बीजेपी सांसदों ने खर्च नहीं किया अपना फंड
संसद की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के 29 लोकसभा सांसदों में से बीजेपी के 23 सांसदों ने सांसद निधि से कोई भी राशि खर्च नहीं की है. आंकड़ों पर नजर डालें तो 29 लोकसभा सांसदों में से 28 बीजेपी के और एक सांसद कांग्रेस का है. बीजेपी के 28 में से 23 सांसदों ने अब तक अपनी सांसद निधि का कोई भी इस्तेमाल नहीं किया है. बीजेपी के बचे 5 सासंदों ने बहुत थोड़ी राशि का इस्तेमाल किया है, जबकि कांग्रेस के एकमात्र सांसद नकुलनाथ ने अपनी 5 करोड़ की सांसद निधि में से 2.42 करोड़ रूपयों का इस्तेमाल विकास कार्यों के लिए किया है. कांग्रेस इसी मामले को लेकर बीजेपी पर हमलावर होने की रणनीति बना रही है. हालांकि बीजेपी ने इस पलटवार किया है. बीजेपी का आरोपबीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल के मुताबिक सरकार के इशारे पर कलेक्टर सांसदों के प्रस्तावों पर अमल नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी सांसदों ने सांसद निधि को खर्च करने के लिए कलेक्टरों को प्रस्ताव भेजा था लेकिन सरकार के इशारे पर कलेक्टर उन प्रस्तावों को आगे नहीं बढ़ा रहे हैं.
भोपाल सांसद का जवाब
इसी बीच भोपाल सांसद से क्षेत्र के विकास के उनके एजेंडे पर सवाल पूछा गया तो उनका जवाब अजीब था. बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा है कि भोपाल के विकास के एजेंडे पर काम हो रहा है. लेकिन फिलहाल इसका खुलासा नहीं किया जा सकता.
सांसद निधि पर सियासत
बहरहाल सांसद निधि विकास कार्यों के लिए दी जाती है. लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के सत्ता में होने पर बीजेपी सांसदों ने इसके इस्तेमाल में जो कंजूसी दिखाई है वो अब सियासत का एजेंडा बन गई है. जहां कांग्रेस इस मुद्दे का इस्तेमाल बीजेपी सांसदों के खिलाफ कर रही है तो बीजेपी इस मामले पर सरकार के अफसरों पर निशाना साध रही है.