राज्य सरकार अफसरों की CR में करेगी सुधार, फिर होगी पदोन्नति
भोपाल
राज्य प्रशासनिक सेवा , राज्य पुलिस सेवा, राज्य वन सेवा और राज्य की अन्य सेवाओं के अफसरों को अपनी पुरानी गोपनीय चरित्रावली में ना केवल सुधार का मौका मिलेगा बल्कि उसमें सुधार के आधार पर पदोन्नति और अन्य लाभ उन अफसरों को पहले से मिल सकेंगे। राज्य सरकार के इस कदम से उन हजारों कर्मचारियों को लाभ मिल सकेगा जिनके अभ्यावेदन के चलते उनकी सीआर में सुधार हुआ है।
राज्य सरकार ने वर्ष 2014 से राज्य के अफसरों को सीआर दिखाना शुरु किया है। लेकिन वर्ष 2008 से 2013 के वर्षो में लिखी गई सीआर के प्रकटन का नियम नहीं होने से वह उन्हें नहीं दिखाई जा सकती है। वर्ष 2015 में राज्य सरकार ने यह प्रावधान किया था कि जो अधिकारी-कर्मचारी अपनी इस अवधि की सीआर देखना चाहते है और उसमें किसी प्रकार का सुधार करवाना चाहते है वे विभाग को आवेदन देकर सीआर देख भी सकेंगे और इसमें सुधार भी करवा सकेंगे। अधिकारियों और कर्मचारियों के आवेदन के आधार पर यदि उनकी सीआर में कोई सुधार होता था तो इसका लाभ उन्हें इसमें किए गए सुधार की तिथि से लाभ मिलता था। याने इसके आधार पर पूर्व में की गई विभागीय कार्यवाही प्रभावित नहीं होती थी और पहले की तिथि से इसका लाभ अधिकारियों और कर्मचारियोंं को नहीं मिल पाता था।
प्रदेश के अधिकारियों और कर्मचारियों की गोपनीय चरित्रावली में उनके सीआर लिखने और स्वीकार करने वाले अधिकारी द्वारा यदि जानबूझकर बेहतर काम करने के बाद भी कर्मचारी की गोपनीय चरित्रावली में उसे खराब बताया जाता था तो संबंधित अधिकारी, कर्मचारी तर्क सहित आवेदन देकर इसमें अपने कार्य और परफारमेंस के आधार पर सुधार करवा सकता था। लेकिन वर्ष 2008 से 2013 की सीआर में उनके आवेदन पर सुधार होंने के बाद भी उन्हें पहले लिखी गई खराब सीआर के आधार पर पदोन्नति और अन्य लाभों से वंचित रखा जाता था तो पूर्व से उसका लाभ उन्हें नहंी मिल पाता था। इसके चलते सीआर सुधरने के बाद भी इसका लाभ पहले से उन्हें नहीं मिल रहा था और अधिकारी-कर्मचारी बिना प्रमोशन के रिटायर हो रहे थे।
वर्ष 2008 से 2013 के बीच की सीआर में संबंधित अधिकारी-कर्मचारी के अभ्यावेदन के बाद किसी किस्म का सुधार होता है। तो इसका लाभ अब उसे मौजूदा समय से नहीं बल्कि उस समय से मिल सकेगा जिस अवधि की उसकी खराब सीआर ठीक हो चुकी है। पहले की अवधि में सीआर ठीक होंने पर उसका लाभ पुरानी अवधि से मिलेगा तो इस आधार पर यदि कोई विभागीय जांच समाप्त हुई हो जिसके कारण पदोन्नति उस समय नहीं मिल पाई थी वह पूर्व की अवधि से इसका लाभ मिलेगा और इस आधार पर पदोन्नति के सभी लाभों का पहले के वर्षो से लाभ मिलेगा और इसका पेंशन और आगे की पदोन्नतियों में भी उसे लाभ मिल सकेगा। इससे ऐसे हजारों कर्मचारियों और अधिकारियों को लाभ मिलेगा जो अभी भूतलक्षी लाभ से वंचित थे।