अरविंद केजरीवाल के पास कुल 3.4 करोड़ रुपए की संपत्ति, 2015 की तुलना में इतने की बढ़त
नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास 3.4 करोड़ रुपए की संपत्ति है और वर्ष 2015 से इसमें 1.3 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। केजरीवाल ने मंगलवार को विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन में जो हलफनामा जमा किया उसके मुताबिक 2015 में उनकी कुल संपत्ति 2.1 करोड़ रुपए की थी। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के पास 2015 में नकदी और सावधि जमा (एफडी) 15 लाख रुपए की थी जो 2020 में बढ़कर 57 लाख रुपये हो गया।
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लाभ (वीआरएस) के तौर पर सुनीता केजरीवाल को 32 लाख रुपए और एफडी मिले बाकि उनका बचत धन है। मुख्यमंत्री के पास नकदी और एफडी 2015 में 2.26 लाख रुपए की थी जो 2020 में बढ़कर 9.65 लाख हो गई है।
उनकी पत्नी की अचल संपत्ति के मूल्यांकन में कोई बदलाव नहीं हुआ है जबकि केजरीवाल की अचल संपत्ति 92 लाख रुपये से बढ़कर 177 लाख रुपये हो गई। पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि 2015 में केजरीवाल की जितनी अचल संपत्ति थी, उसके भाव में बढोतरी के कारण यह यह वृद्धि हुई है।
परसो जाम में फंसे, कल छह घंटे इंतजार के बाद भरा पर्चा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया। इसके लिए उन्हें तकरीबन छह घंटे तक इंतजार करना पड़ा। आम आदमी पार्टी के नेता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर लिखा कि अरविंद केजरीवाल नामांकन के लिए छह घंटे से इंतजार कर रहे हैं। क्या आपने ऐसा किसी अन्य मुख्यमंत्री के साथ देखा है। रोड शो में देरी की वजह से अरविंद केजरीवाल सोमवार को नामांकन नहीं कर पाए थे।
आप नेताओं ने साधा निशाना
पर्चा भरने के लिए केजरीवाल के इंतजार के बीच सौरभ भारद्वाज ने कहा कि निर्वाचन कार्यालय में 35 उम्मीदवार नामांकन के अधूरे दस्तावेज लिए बैठे हैं। यहां तक कि कई के पास तो 10 प्रस्तावकों के नाम तक नहीं हैं। भारद्वाज के इस ट्वीट के जवाब में केजरीवाल ने कहा- कोई बात नहीं कई लोग पहली बार नामांकन भर रहे हैं तो गलतियां होंगी ही, हमने भी पहली बार गलती की थी। हमें उन्हें सिखाना चाहिए। मैं इनके साथ इंतजार कर मजा ले रहा हूं, ये लोग मेरे परिवार का हिस्सा हैं। केजरीवाल रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) चैंबर्स में हैं और अपना नामांकन दाखिल करने की प्रतीक्षा कर रहे थे।