November 23, 2024

मध्य प्रदेश विधानसभा के इस भवन से क्यों डरते हैं विधायक, क्या इसमें है वास्तुदोष!

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भोपाल
क्या मध्य प्रदेश (madhya pradesh) विधानसभा भवन (assembly election) में वास्तु दोष है. माननीय विधायक (mla) इस अंधविश्वास के शिकार हैं. उनके बीच फिर सुगबुगाहट शुरू हो गयी है कि इमारत में कुछ गड़बड़ है. ये बातें तब और ज़ोर पकड़ने लगती हैं जब किसी साथी माननीय विधायक की आकस्मिक मौत (death) होती है.

मध्य प्रदेश विधानसभा भवन को मशहूर आर्किटेक्ट चार्ल्स कोरिया ने डिजाइन किया है. लेकिन फिर ये काना-फूसी शुरू हो गयी है कि मध्य प्रदेश के भाग्य विधाता इस भवन में क्या वास्तुदोष है. आज से शुरू हुए विधानसभा के विशेष सत्र में भवन के वास्तु को लेकर विधायक चिंता में नजर आए. ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में विधानसभा के एक सदस्य जौरा से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा का निधन हुआ है. हालांकि वो कैंसर से पीड़ित थे और कई साल से बीमार थे. विशेष सत्र के पहले दिन गुरुवार को सदन में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.लेकिन श्रद्धांजलि के साथ ही विधायकों के आकस्मिक निधन की चर्चा आते ही सदस्यों का दर्द और डर भी छलक आया.

1996 में बने मध्यप्रदेश विधानसभा के आलीशान भवन को देखने पर भले ही हर किसी की आंखें चौंधिया जाती हों.लेकिन इस भव्य भवन से विधायक भय खाते हैं. इसके पीछे विधायकों का दर्द भी छुपा है,जो किसी न किसी विधायक के आकस्मिक निधन के बाद छलक उठता है.दरअसल मशहूर डिजाइनर चार्लस कोरिया के डिजाइन किए गए इस भवन में वास्तु दोष होने की आशंका जताई जाती रही है.

विधानसभा के विशेष सत्र में दिवंगतों को श्रद्धांजलि में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अपना दर्द बयां किया. उन्होंने मौजूदा विधानसभा सदस्य जौरा से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन को विधानसभा के वास्तु से जोड़ दिया. नेता प्रतिपक्ष ने कहा विधायकों पर बढ़ते तनाव के साथ ही विधानसभा के सदस्यों का निधन चिंता का विषय है.

भवन में किए थे बदलावहालांकि ये पहले मौका नहीं है जब विधानसभा के वास्तु को लेकर विधायक चिंता में नज़र आए.इससे पहले बीजेपी सरकार में भी विधानसभा भवन के वास्तु को लेकर विधायकों ने चिंता जाहिर की थी.जिसके बाद भवन के अंदरूनी हिस्सों में वास्तु के मुताबिक बदलाव किए गए थे.पूर्व विधानसभा स्पीकर ने वास्तुदोष दूर करने के लिए ये बदलाव करवाया था.लेकिन अब उनका कहना है विशेषज्ञों से राय के बाद अगला कदम उठाना चाहिए.

सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि सत्तापक्ष भी वास्तुदोष को लेकर अपनी चिंता जाहिर कर रहा है.कमलनाथ सरकार के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने वास्तुदोष की शंकाओं को दूर करने के लिए वास्तुविद की मदद लेने की मांग का समर्थन किया है.

12 साल में विधानसभा का ये भवन बनकर तैयार हुआ.इसकी आंतरिक सजावट से लेकर फर्नीचर, साउंड सिस्‍टम, कैफेटेरिया और दूसरी सुविधाओं पर 54 करोड़ खर्च हुए.3 अगस्‍त, 1996 को तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति डॉ. शंकरदयाल शर्मा ने इसका उदघाटन किया.ऐसा कहा जाता है कि 2003 में भाजपा सरकार के आने के बाद से सदन का कोई न कोई सदस्य सरकार के पांच साल पूरे होने से पहले गुज़र जाता है.और कई बार उप चुनाव कराना पड़े.

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