November 22, 2024

मंत्री पद के लिए संत ने की वकालत, ये सब कहेंगे तो कल ही इस्तीफा दे दूंगा: मंच पर बोले येदियुरप्पा

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बेंगलुरु

कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा ने बागियों के दम पर सरकार तो बना ली है लेकिन मंत्री पद बांटना उनके लिए गले की फांस बन गया है। मंगलवार को देवनागरी जिले में पंचमशाली लिंगायत समुदाय के एक संत ने एक कार्यक्रम के दौरान मंच से ही एक विधायक के लिए मंत्री पद की वकालत की। इससे नाराज हुए येदियुरप्पा मंच पर ही संत से भिड़ गए। उन्होंने यहीं पर कहा कि आप मेरी स्थिति समझिए और इस तरह की बात मत कीजिए। मैं सत्ता का भूखा नहीं हूं, मैं कल ही सीएम पद से इस्तीफा दे सकता हूं।
आपको बता दें कि लिंगायत समुदाय को बीजेपी का समर्थक माना जाता है। इसी समुदाय से जुड़े संत वचनानंद स्वामी ने येदियुरप्पा की मौजूदगी में मंच पर ही कहा कि अगर येदियुरप्पा अपने मंत्रिमंडल में लिंगायत समुदाय के कम से कम विधायकों को जगह नहीं देते हैं तो यह समुदाय बीजेपी के खिलाफ बगावत कर देगा। उन्होंने कहा, 'मुरुगेश निरानी को मंत्री पद मिलना ही चाहिए। वह आपके साथ चट्टान की तरह खड़े रहे। अगर आपका उन्हें मंत्री नहीं बनाते हैं तो यह समुदाय भी आपका साथ नहीं देगा।'

मंच पर ही भड़क गए सीएम येदियुरप्पा
संत वचनानंद का इतना कहना ही था कि येदियुरप्पा अपनी कुर्सी से उठ खड़े हुए और वचनानंद से बहस करने लगे। येदियुरप्पा ने कहा, 'अगर आप ऐसी बात करेंगे तो मैं इसका समर्थन नहीं करूंगा। मैं आपसे ऐसी बातों की उम्मीद नहीं करता। मैं आपकी इच्छा के अनुसार काम नहीं कर सकता। अगर आप ऐसी ही बातें करेंगे तो मैं यहां से चला जाऊंगा।' येदियुरप्पा की बात सुनकर स्वामी वचनानंद ने अपनी बात पर सफाई दी, जिसके बाद सीएम अपनी कुर्सी पर बैठ तो गए लेकिन वह बोलते रहे। उन्होंने कहा कि आप मुझे सुझाव दे सकते हैं लेकिन धमकी मत दीजिए।
 
येदियुरप्पा को समझ आया कि यहां मीडिया भी मौजूद है तो वह अपनी सीट पर बैठे लेकिन वह काफी नाराज दिखाई दिए। उन्होंने पूर्व मंत्री मुरुगेश निरानी से भी साफतौर पर नाराजगी जताई। बाद में संत वचनानंद ने कहा कि वह सिर्फ मंत्रिमंडल में सही बंटवारे की बात कह रहे थे।

येदियुरप्पा बोले- मेरी स्थिति समझिए
जब येदियुप्पा बोलने आए तो उन्होंने अपनी मजबूरी सामने रखी। उन्होंने कहा, 'मैं स्वामीजी को और लोगों को याद दिलाना चाहता हूं कि मैं अयोग्य ठहराए गए 17 विधायकों की वजह से मुख्यमंत्री बना हूं। मेरी स्थिति समझिए। अगर स्वामीजी यह नहीं समझ सकते हैं तो मैं कल इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। मैं मुख्यमंत्री बनने के लिए मरा नहीं जा रहा हूं।' उन्होंने संत वचनानंद से भी कहा कि आपकी जो समस्याएं हैं, उनके बारे में अकेले में बात करिए। येदियुरप्पा ने कहा कि जगह और समय आप तय कर लीजिए, मैं आ जाऊंगा और आपसे इसपर चर्चा कर लूंगा।

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