एमएस धोनी की कप्तानी में जो कभी नहीं हुआ वो शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ा विराट के नाम
नई दिल्ली
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। टीम इंडिया को 15 साल बाद वनडे इंटरनेशनल मैच में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। ये पांचवां मौका था, जब भारत को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। विराट कोहली टीम इंडिया के पांचवें ऐसे कप्तान बन गए हैं, जिनकी अगुवाई में टीम को वनडे इंटरनेशनल में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। भारत इससे पहले सुनील गावसकर, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ की कप्तानी में 10 विकेट से हार झेल चुका है।
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया को कभी ये शर्मनाक हार नहीं झेलनी पड़ी है। आखिरी बार भारत 10 विकेट से 2005 में हारा था और अब 15 साल बाद टीम को इस तरह की शर्मनाक हार झेलनी पड़ी है। टीम इंडिया के बड़े कप्तानों की बात करें तो धोनी और कपिल देव ऐसे कप्तान रहे हैं, जिनकी अगुवाई में टीम कभी 10 विकेट से कोई वनडे इंटरनेशनल मैच नहीं हारी है। ये इत्तेफाक ही है कि ये दोनों वही कप्तान हैं, जिनकी अगुवाई में टीम इंडिया वर्ल्ड चैंपियन बनी है।
कपिल देव की कप्तानी में भारत ने 1983 वर्ल्ड कप जीता था, जबकि धोनी की कप्तानी में भारत 2011 में वर्ल्ड चैंपियन बना था। भारत 1981, 1999, 2000 और 2005 में इससे पहले 10 विकेट की हार झेल चुका है। पिछले 15 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ था कि भारत को वनडे इंटरेनशनल में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा हो। भारत वनडे इंटरनेशनल में छह बार 10 विकेट से जीत दर्ज कर चुका है। 2005 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत इससे पहले आखिरी बार 10 विकेट से कोई वनडे इंटरनेशनल मैच हारा था। वो मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ था और कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान पर खेला गया था।
एक और मजेदार बात ये है कि वनडे इंटरनेशनल में सबसे पहले 10 विकेट से जीत दर्ज करने वाली टीम भारत की ही है। भारत ने 1975 में ईस्ट अफ्रीका को 10 विकेट से हराया था। उस समय टीम के कप्तान श्रीनिवास वेंकटराघवन थे। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। टीम इंडिया 49.1 ओवर में 255 रनों पर ऑलआउट हो गई। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 37.4 ओवर में बिना विकेट गंवाए ही लक्ष्य हासिल कर शानदार जीत दर्ज की।