2 ‘भोपालियों’ ने पीक थूकी तो महापौर ने फौरन वहीं दे दी सज़ा…
भोपाल
स्वच्छता (Cleanliness survey) की दौड़ में भोपाल को नंबर 1 बनाने के लिए महापौर (mayor) आलोक शर्मा (Alok Sharma) और नगर निगम (municipal Corporation) के अफसर खुद शहर को साफ करने निकल पड़े हैं. उनके साथ नगर निगम का सफाई अमला और स्टाफ भी चल रहा है. महापौर आज शहर की सफाई कर ही रहे थे कि उसी दौरान दो राहगीर पान की पीक थूकते हुए आगे निकल गए. महापौर (mayor) ने फौरन दोनों को बुलवाया और मौके पर ही सज़ा सुना दी.
महापौर आलोक शर्मा और नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर ने ब़डा तालाब के किनारे बने राजाभोज सेतु पर सफाई की. उनके साथ निगम का सफाई अमला भी था. आगे-आगे महापौर और अफसर पीछे-पीछे पूरा अमला. साफ सफाई के पूरे साज-ओ-सामान के साथ दोनों राजा भोज सेतु को धो रहे थे. नेता और अफसर ब्रिज की सफाई कर ही रहे थे कि तभी वहां से गुजर रहे दो राहगीर अपनी आदत के मुताबिक पान की पीक थूकते हुए निकल गए.
महापौर का बुलावा
अपने शहर को सबसे स्वच्छ का तमगा दिलाने के प्रयास में जुटे महापौर को अपने वाशिंदों की ये हरक़त नागवार गुज़र गयी. उन्होंने फौरन दोनों युवकों को बुलाया और डांट लगायी. दोनों के हाथ में कपड़ा थमा दिया और बोले तुमने शहर को गंदा किया इसलिए अब साफ भी तुम ही करो. दोनों युवक रंगे हाथों पकड़े गए थे. इसलिए खिसियाए हुए से दोनों ने झटपट पूरी दीवार साफ कर दी.
मुझे पहचानते हो
महापौर ने उसके बाद युवकों की क्लास लगायी. पहले तो पूछा कि तुम मुझे पहचानते हो. दोनों ने जब कहा हां आप आलोक शर्मा हैं, तो उसके बाद महापौर ने उन्हें पहले डांटा और फिर समझाना शुरू किया. आलोक शर्मा ने कहा हमें अपने शहर को सुंदर और सबसे स्वच्छ बनाना है. पिछले साल भोपाल देश की सबसे स्वच्छ राजधानी था. इस बार इसे सबसे स्वच्छ शहर बनाना है. महापौर ने युवकों को सफाई के बारे में बताया. उनका पता-ठिकाना पूछा और फिर दोनों से सफाई करवायी. खुद ही हाथ में पाइप ले लिया और फिर गंदी हुई दीवार धुलवायी. युवकों को चेतावनी भी दी कि वो गुटख़ा ना खाएं.
महापौर ने की अपील
महापौर ने जनता से अपील की कि वो राजधानी भोपाल को स्वच्छ बनाएं. शहर को साफ सुथरा रखने में नगर निगम कर्मचारियों की मदद करें. कचरा जगह पर डालें.