सीएए लागू होने के बाद 24 विदेशियों ने मांगी नागरिकता
बुलंदशहर
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू होने के बाद बुलंदशहर के 24 घरों में खुशी का माहौल है। जिंदगी के आखिरी ढलान पर पहुंच चुकी कई महिलाओं को अब भारतीय कहलाने का हक मिलने की आस जगी है। लॉन्ग टर्म वीजा पर कई वर्षों से यहां रह रही हैं। बेटे-बेटियों की शादी भी कर दी, लेकिन अब तक नागरिकता नहीं मिली। एसएसपी संतोष कुमार सिंह के पास ऐसे 24 आवेदन आए हैं। नागरिकता की मांग करने वालों में 19 महिलाएं और 5 पुरुष हैं। 19 महिलाएं और 4 पुरुष पाकिस्तान के हैं, जबकि एक पुरुष अफगानिस्तान के मूल निवासी हैं। कई जगह सीएए को लेकर भले विरोध हो रहा हो, लेकिन इन परिवारों के बीच यह कानून ईद जैसी खुशी लेकर आया है।
सूत्रों के अनुसार, नागरिकता के लिए आवेदन करने वाले जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में रहते हैं। 28 लोग इन इलाकों में पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आकर बसे थे। इनमें से 4 महिलाओं को काफी लंबे समय के बाद 4 साल पहले नागरिकता मिल गई। लेकिन 24 लोगों को काफी भागदौड़ के बाद भी नागरिकता नहीं मिली। केंद्र सरकार की तरफ से शुक्रवार को सीएए लागू किया गया, जिसके बाद ये 19 लोग भी नागरिकता के लिए आवेदन करने पहुंच गए।
बताया गया है कि इनमें से अधिकतर लोग लॉन्ग टर्म वीजा पर देश में आए थे। इसके बाद कई वर्षों से हर साल वीजा की अवधि बढ़वाकर रह रहे हैं। नागरिकता मांगने वालों में कई बुजुर्ग महिलाएं भी हैं। इन्होंने यहां शादी करने के बाद अपना ठिकाना बनाया। कई महिलाओं के बच्चों की भी शादी हो चुकी है, लेकिन अब तक विदेशी की पहचान के साथ रह रही हैं। आवेदन करने वाली कुछ महिलाओं ने पहले भी नागरिकता मांगी, लेकिन लंबी और जटिल प्रक्रिया की वजह से ऐसा नहीं हो सका। अब सीएए के तहत फिर से इन्होंने नागरिकता के लिए आवेदन किया है।
बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान के कई लोग जिले में रह रहे हैं। इनमें से अभी 24 लोगों ने नागरिकता के लिए आवेदन किया है। आवेदन करते समय सीएए का हवाला दिया है।'