शिवराज बोले- ऐसे ही शराब माफिया खत्म करना है तो उसकी होम डिलीवरी करवा दीजिए
भोपाल
मध्य प्रदेश में शराब संबंधी नई नीति को लेकर पक्ष और विपक्ष के नेताओं में आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी शराब के मामले में राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमलावर नजर आए।
उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा- 'वो गांव गांव अब जाएंगे, शराब उपदुकान खुलवाएंगे। वो हर शहर के गली मोहल्ले जाएंगे, शराब उपदुकान बनवाएंगे। पीने का पानी पहुंचे न पहुंचे घरों में, वो हर घर बोतल जरुर पहुंचाएंगे। मध्यप्रदेश हमारा स्वर्णिम बने न बने, वो उसे मदिरा प्रदेश बनाएंगे। मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ऐसे कुतर्क दे रहे हैं, जो गले से नहीं उतरता है। ऐसा ही है, तो शराब की होम डिलीवरी करा दीजिए; अगर ऐसे ही माफिया खत्म होते हैं तो'
इससे पहले राज्य सरकार की ओर से शराब उपदुकानें खोलने के निर्णय पर शिवराज सिंह चौहान ने कल मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर इस निर्णय को वापस लेने की मांग की थी। इसके बाद शाम को मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री को पत्र के जरिए ही जवाब दिया और कहा कि जब राज्य में पंद्रह वर्षों तक भाजपा की सरकार थी, उस समय शराब दुकानों की संख्या बढ़ने के बारे में आम लोगों को नहीं बताया गया।
सीएम ने कहा- नई शराब नीति से अपराधों में कमी आएगी
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तथ्यों के जरिए बताया कि पंद्रह वर्षों के दौरान राज्य में शराब दुकानों की संख्या बढ़ी। जबकि मौजूदा सरकार शराब दुकानों की संख्या नहीं बढ़ा रही है। सरकार का दावा है कि नई नीति से आबकारी संबंधी अपराधों पर नकेल भी लगेगी। कमलनाथ ने उत्तरप्रदेश का हवाला देते हुए पत्र में कहा कि वहां भी शराब की दुकानों की संख्या बढ़ी है, तो क्या महिलाओं की सुरक्षा दांव पर लगी है।