शास्त्री की पुण्यतिथि के मौके पर उनकी प्रतिमा पर फैली गंदगी से उठे सवाल
भोपाल
जय जवान, जय किसान का नारा देने वाले और देश के लाल कहलाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की आज पुण्यतिथि है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पूर्व पीएम को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया गया. भोपाल में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शास्त्रीजी की प्रतिमा पर पहुंचकर माल्यार्पण किया और उनकी तस्वीर पर फूल चढ़ाए. इस मौके पर नेताओं ने देश के लिए शास्त्रीजी के बलिदान को याद किया और लंबे-चौड़े भाषण भी दिए. लेकिन कांग्रेसियों को शास्त्री जी की प्रतिमा पर छाई गंदगी नजर नहीं आई. दरअसल प्रतिमा पर पक्षियों की फैलाई गंदगी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की चमक को फीका कर रहे थे. लेकिन न तो कांग्रेस नेताओं और न ही राजधानी को स्वच्छता में नंबर-1 बनाने के अभियान में जुटे नगर निगम को यह गंदगी दिखी.
स्वच्छता में कैसे बनेंगे नंबर-1
एक तरफ जहां राजधानी भोपाल को स्वच्छता में नंबर एक पर लाने की तैयारी की जा रही है. नगर निगम का पूरा अमला इस काम में जुटा हुआ है. वहीं दूसरी तरफ महापुरुषों की प्रतिमाओं तक को साफ-सुथरा नहीं रखने पर सवाल उठ रहे हैं. शनिवार को जब कांग्रेस कार्यकर्ता पूर्व प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि मनाने पहुंचे थे, तो उस समय वहां पर पूर्व महापौर दीपचंद यादव, पूर्व नगर निगम अध्यक्ष और जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा समेत मौजूदा कांग्रेसी पार्षद भी मौजूद थे. लेकिन फोटो खिंचवाने की होड़ में किसी को भी प्रतिमा के चेहरे पर फैली गंदगी दिखाई नहीं दी.
सवाल उठे तो दी सफाई
1965 के भारत-पाक युद्ध में देश को जीत दिलाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का नाम आज भी लिया जाता है. इसके बाद ताशकंद समझौते के लिए भी उन्हें देश याद करता है. ताशकंद में ही पूर्व पीएम का निधन हो गया था. मरणोपरांत 1966 में उन्हें भारत के सर्वोच्च अलंकरण 'भारत रत्न' से विभूषित किया गया था. आज जब देश उन्हें याद कर रहा है, ऐसे में भोपाल में उनकी प्रतिमा के प्रति यह उपेक्षा सवाल खड़े करती है. जब इस मामले में कांग्रेस नेताओं से सवाल पूछा गया तो उनका जवाब था कि शुक्रवार की शाम प्रतिमा को धुलवाया गया था, लेकिन सुबह गंदगी हो गई. इसे जल्द ही साफ कर दिया जाएगा.