‘आजादी’ पर कश्मीरी पंडितों ने लहराए पोस्टर
जम्मू
जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छिनने के बाद वहां के हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचे 15 देशों के राजनयिकों ने कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस दौरान कश्मीरी पंडितों ने 'कश्मीर को इस्लामिक आतंकवाद से आजादी' दिलाने संबंधी प्लैकार्ड दिखाए।
अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन शुक्रवार को विदेशी राजनयिकों ने जगती माइग्रेंट टाउनशिप में विस्थापित कश्मीरी पंडितों से मुलाकात की। इस दौरान रास्ते में राजनयिकों के काफिले के बगल में दो कश्मीरी पंडित हाथों में पोस्टर थामे खड़े हो गए। पोस्टर्स पर लिखा था- 'फ्री कश्मीर फ्रॉम इस्लामिक टेररिज़्म', मतलब कि 'कश्मीर को इस्लामिक आतंकवाद से आजाद करो'।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में विदेशी राजनयिक गुरुवार से दो दिवसीय दौरे पर हैं। पहले दिन गुरुवार को उन्होंने सिविल सोसाइटी, स्थानीय मीडिया और नेताओं से मुलाकात की। स्थानीय लोगों ने विदेशी प्रतिनिधियों के सामने जम्मू-कश्मीर में रक्तपात के पाकिस्तानी दुष्प्रचार को सिरे से खारिज कर दिया। हालांकि, लोगों ने यह भी माना कि घाटी में कुछ दिक्कतें हैं लेकिन व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह जरूरी है। विदेशी दूतों के सामने स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने और लोगों की जान लेने का आरोप लगाया।
घाटी के लोगों ने विदेशी राजनयिकों से गुजारिश भी की कि वे पाकिस्तान पर दबाव बनाए ताकि वह जम्मू-कश्मीर में दखल न दे। अमेरिका, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, बांग्लादेश, मालदीव, मोरक्को, फिजी, नॉर्वे, फिलिपिंस, अर्जेंटिना, पेरू, नाइजर, नाइजीरिया, टोगो और गयाना के राजनयिक कश्मीर दौरे पर हैं।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने प्रदेश के प्रमुख स्थानीय राजनेताओं से भी मुलाकात की और उनसे कश्मीर के हालात के बारे में जाना। लोगों ने प्रतिनिधिमंडल से 5 अगस्त के बाद बिना किसी खूनखराबे के हालात को संभालने के लिए केंद्र सरकार की जमकर तारीफ की। विदेशी दूतों का यह प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार तक घाटी में रहेगा।