मध्यप्रदेश के बिरसिंगपुर में मानवता फिर हुई शर्मसार, शव को ठेले पर ले जाने को मजबूर हुआ परिवार
जोगी एक्सप्रेस
बिरसिंहपुर पाली- (तपस गुप्ता) लाभ से कोई वंचित नही रहे इस हेतु अनेको योजनाएं सरकार ने चालू कर रखी है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बंया करती है। शासन ने तो गरीबो के हित के लिए अनेको योजनाएं तो बना दी लेकिन उसका क्रियान्वयन नही हो पा रहा है । ऐसा ही नजारा आज बिरसिंहपुर पाली में देखने को मिला जहां एक व्यक्ति को सीने मे दर्द होने की शिकायत पर अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई लेकिन परिजनो को शव ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा एबुलेंस नही दिये जाने पर मजबूरन परिजन मृतक की बाडी को ठेला मे ले गये। अस्पताल प्रबंधन द्वारा अपनाये गये इस रवैये से मानवता एक बार फिर शर्मसार हुई है।
यह है मामला
नगर के वार्ड नंबर 15 दफाई निवासी रामकृपाल बर्मन उम्र 42 को सीने मे दर्द होने की शिकायत पर उसके परिजनों द्वारा सुबह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाली में इलाज हेतु लाया गया । अस्पताल पहुचने पर डाक्टर को बुलाया गया लेकिन डाक्टर ने थोड़ी देर बाद आने की बात कहकर चले गये और जब डाक्टर आये तक रामकृपाल बर्मन की मौत हो चुकी थी। मृतक के परिजन सोनू बर्मन ने बताया कि रामकृपाल की मौत हो जाने के बाद अस्पताल प्रबंधन से डेडबाडी ले जाने हेतु एंबुलेंस हेतु कहा गया लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि एंबुलेंस देने का कोई प्रावधान नही है । सोनू बर्मन ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा शव को ले जाने हेतु एंबुलेंस नही दिये जाने पर इधर उधर उसे ठेले की व्यवस्था की गई जिसके माध्यम से शव को घर तक ले जाया गया। ठेले मे रखी डेडबाडी को जिस किसी ने भी देखा वह अचंभित रह गया ।
शव वाहन नही होने से होती है परेशानी
बताया जाता है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाली में शव वाहन की व्यवस्था नही है जिसये आये दिन होने वाली दुर्घटनाओ में मृत्यु होने वाले शवो को अस्पताल से घर तक ले जाने में भारी परेशानियों का सामना परिजनों को करना पडता है।