खेलो इंडिया का उद्घाटन नहीं करेंगे, पीएम नरेंद्र मोदी का असम दौरा हुआ रद्द
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खेलो इंडिया समारोह का उद्घाटन करने 10 जनवरी को असम नहीं जाएंगे. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी वक्त की कमी के कारण खेलो इंडिया समारोह का उद्घाटन करने असम नहीं आ पाएंगे. खेलो इंडिया कार्यक्रम 10 जनवरी से 22 जनवरी तक असम की राजधानी गुवाहाटी में आयोजित होगा. बीजेपी की असम यूनिट के प्रवक्ता दीवान ध्रुब ज्योति मराल ने बुधवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, 'पीएम का दौरा रद्द हो गया है.' मराला ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री से संपर्क किया था, लेकिन दौरा संभव नहीं हो पाया है, क्योंकि पीएम मोदी के पास समय नहीं है.
उन्होंने कहा, 'राज्य सरकार ने उनसे संपर्क किया, लेकिन वह समय नहीं निकाल सके.' राज्य के वित्तमंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने हालांकि कहा कि राज्य सरकार को प्रधानमंत्री का कोई कार्यक्रम नहीं मिला है. सरमा ने कहा, 'हमें प्रधानमंत्री का कोई कार्यक्रम नहीं मिला था. इसलिए जब पहले दौरा तय ही नहीं था, फिर रद्द कैसे हो सकता है?' प्रधानमंत्री के गुवाहाटी आने की खबर ऐसे समय में आई थी, जब नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है. ऐसे में कहा यह भी जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने नागरिकता कानून के विरोध के कारण असम का दौरा रद्द कर दिया.
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पिछले दिनों नए नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन की अगुआई कर रहे ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) ने मोदी के राज्य में आने को लेकर बड़े विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी थी. AASU के अध्यक्ष दीपांका कुमार नाथ ने पिछले साल दिसंबर में कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून पास हो चुका है, उसके पास पहली बार पीएम मोदी यहां आ सकते हैं. अगर वह खेलो इंडिया के लिए असम आए तो बड़े स्तर पर विरोध-प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में अकेले असम में ही 5 लोगों की मौत हो चुकी है. 18 लोग उत्तर प्रदेश और 2 कर्नाटक में मारे गए थे.
दिल्ली में भी भड़की थी हिंसा
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में भारी-विरोध प्रदर्शन हुआ था. कई बसों को आग के हवाले कर दिया गया था. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े थे. इस विरोध-प्रदर्शन में कई छात्र घायल भी हुए थे. इसके अलावा सीलमपुर में भी इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुए थे. इसके बाद दिल्ली के रामलीला मैदान में पीएम मोदी ने एक विशाल रैली को संबोधित किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस कानून से देश में रह रहे किसी भी शख्स की नागरिकता छीनी नहीं जाएगी.