कैलाश विजयवर्गीय समेत कार्यकर्ताओं पर दर्ज मामलों को लेकर BJP-कांग्रेस में घमासान, MP के गृह मंत्री ने कही ये बात
भोपाल
कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) समेत भाजपाईयों पर दर्ज प्रकरण को लेकर प्रदेश का सियासी पारा गर्म है. प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन (Home Minister Bala Bachchan) ने कहा है कि प्रदेश में गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं होगी और यदि कोई हिंसा को भड़काने वाले बयान देगा तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा. चाहे व्यक्ति किसी भी पार्टी का नेता हो.
गृह मंत्री ने भाजपा के उन आरोपों को दरकिनार किया है जिसमें माफियाराज के खिलाफ कार्रवाई के बहाने पार्टी विशेष के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी राजनैतिक भेदभाव से कार्रवाई नहीं हो रही है. यदि कहीं कार्रवाई गलत है तो उसे उचित फोरम पर चैलेंज किया जा सकता है, लेकिन बीजेपी सरकार के पंद्रह साल के शासन में इंदौर में अतिक्रमण और अवैध निर्माण का धंधा तेजी से फला फूला है और प्रदेश के बड़े शहर भाजपा के संरक्षण में अपराध का गढ़ बन गये थे.
गृह मंत्री ने कहा कि अब कमलनाथ सरकार आम लोगों को न्याय दिलाने के लिए माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. बाला बच्चन ने कहा है कि सीएम कमलनाथ के निर्देश हैं कि माफिया पर कार्रवाई की आड़ में किसी भी आम आदमी को परेशान नहीं किया जाएगा और यदि कहीं इस संबंध में शिकायत मिलती है तो संबंधित अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
गृह मंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार में जो चला है वो कांग्रेस सरकार में नहीं चलेगा. आम लोगों की संपत्ति पर जिन गुंडों ने कब्जा जमाया उस पर कार्रवाई कर लोगों को उसका अधिकार दिलाया जा रहा है और ये कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.
जबकि राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय समेत साढ़े तीन सौ भाजपाईयों पर इंदौर में आपराधिक प्रकरण दर्ज करने पर भाजपा भड़क उठी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा है कि पूरे प्रदेश में चुन चुन कर भाजपाईयों को निशाना बनाया जा रहा है. कांग्रेस की सदस्यता नहीं लेने वाले भाजपाईयों को जानबूझकर फंसाया जा रहा है और बीजेपी अब सड़कों पर उतरकर कांग्रेस सरकार की कार्रवाई का विरोध करेगी. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने विजयवर्गीय के इंदौर शहर में आग लगाने के बयान पर कहा है कि इस संबंध में मेरी कैलाश विजयवर्गीय से बात हुई है और उन्होंने कहा है कि वो मर्यादा में बंधे हैं, लेकिन उन्हें मर्यादा तोड़ने के लिए मजबूर न किया जाए.बहरहाल, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय समेत साढ़े तीन सौ भाजपाईयों पर प्रकरण दर्ज होने के बाद प्रदेश का सियासी पारा गर्म है, जिसके जल्द ठंडे होने के आसार नहीं हैं.