रिलायंस के बाद अमेजन व वॉलमार्ट ने भी दिखाई प्रदेश में निवेश की रुचि
भोपाल
देश के केंद्र में होने की वजह से मध्य प्रदेश लॉजिस्टिक हब बनेगा। रिलायंस समूह मध्य प्रदेश में चार सौ करोड़ रुपए की लागत से 42 वितरण केंद्र खोलने की इच्छा जाहिर कर चुका है। इसके लिए इंदौर और भोपाल में जगह भी देखी जा चुकी है। वहीं, ई-कॉमर्स के क्षेत्र की बड़ी कंपनियां अमेजन और वॉलमार्ट भी प्रदेश में निवेश के लिए इच्छुक है। दोनों कंपनियों के अधिकारी जनवरी में ही मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ बैठक करेंगे।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जीएसटी आने के बाद भौगोलिक दृष्टि से लॉजिस्टिक हब के लिए मध्य प्रदेश सबसे मुफ ीद राज्य है। देश के अधिकांश हिस्से तक मध्य प्रदेश से आसानी से पहुंचा जा सकता है। इसके मद्देनजर मुंबई में जब मुख्यमंत्री कमलनाथ की रिलायंस समूह के अध्यक्ष मुकेश अंबानी के साथ बैठक हुई थी तब उन्होंने लॉजिस्टिक हब के क्षेत्र में काम करने की इच्छा जताई थी। कंपनी ने 42 वितरण केंद्र खोलने के लिए जगह भी देख ली है। इस प्रोजेक्ट में कंपनी लगभग चार सौ करोड़ रुपए का निवेश करेगी।
वहीं, ई-कॉमर्स की अग्रणी कंपनियां वॉलमार्ट और अमेजन के अधिकारी प्रदेश के दौरे पर जनवरी में आने वाले हैं। 16 जनवरी को वॉलमार्ट के अधिकारी मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ बैठक करेंगे। फरवरी में कंपनी के अधिकारी विभिन्न् शहरों का दौरा कर जमीन देखेंगे। वहीं, जनवरी अंत में अमेजन की हेड ऑफ कॉमर्स इंडिया चारु माथुर आएंगी। अमेजन फ ्रेश फ्रूट्स के वितरण का केंद्र मध्य प्रदेश को बना सकता है। दरअसल, यहां उद्यानिकी फ सलें बड़ी तादाद में हो रही हैं। इसके लिए बेहतर बाजार की दरकार है। अमेजन इस मांग की पूर्ति कर आस-पड़ोस के राज्यों में आपूर्ति के कारोबार में कदम रख सकता है।