लोगों ने उड़ाई खिल्ली, भारतीय पुलिस के खिलाफ ट्वीट कर फिर फंसे इमरान खान
नई दिल्ली
फर्जी वीडियो को यूपी का बताकर ट्वीट करने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर ऐसा ही कुछ किया है। इमरान खान ने एक भारतीय न्यूज वेबसाइट की खबर पोस्ट की जिसमें जलते हुए वाहन दिखाई पड़ रहे थे और भारतीय सुरक्षा बल सीएए पर हिंसा के बीच पहरेदारी कर रहे थे। इसके कैप्शन में उन्होंने ट्विटर पर लिखा: "भारतीय पुलिस की क्रूरता नए मुकाम तक पहुंच गई है क्योंकि भारत में मुसलमानों के प्रति फासीवादी मोदी सरकार के जातीय सफाई एजेंडे के हिस्से के रूप में जारी है।
जबकि साथ में दी गई खबर थी कि – 6 साल पहले मरे हुए आदमी और 93-वर्षीय वृद्ध को यूपी पुलिस ने उन लोगों की सूची में शामिल किया है, जो सीएए की हलचल के बीच शांति में बाधा डाल सकते थे। इसपर लोगों ने इमरान को एक बार फिर ट्रोल करना शुरू कर दिया। लोगों ने कहा कि आपको खबर की एक लाइन भी समझ नहीं आती क्या इमरान? किसी और ने लिखा कि- इमरान अपने काम से काम रखें, दिल्ली और कश्मीर के मामले में अपनी नाक न घुसाएं।
वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया- "पाकिस्तान के पीएम भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की अफवाह फैला रहे हैं, जबकि कल, दुनिया ने उनके ही देश में अल्पसंख्यकों की हालत देखी। मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय और मानवाधिकारों का आग्रह करता हूं। संगठन बिगड़ती हालत पर ध्यान दें।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को इमरान खान ने फर्जी वीडियो शेयर कर भारत पर निशाना साधा था। देश भर में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच इमरान खान ने एक वीडियो शेयर किया था जिसमें पुलिस कुछ लोगों के साथ मारपीट कर रही है। वीडियो के कैप्शन में इमरान ने लिखा था कि- भारतीय पुलिस उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों पर हमला कर रही है। जबकि वीडियो को गौर से देखने पर पुलिस की वर्दी और हथियारों पर RAB लिखा दिख रहा था। RAB का मतलब रैपिड एक्शन बटालियन है जो कि बांग्लादेश पुलिस की एक कुलीन अपराध और आतंकवाद विरोधी इकाई है। ऐसे में वीडियो को भारत का बताकर इमरान बड़ी भूल कर बैठे। वीडियो की सच्चाई सामने आते ही लोग इमरान को बुरी तरह ट्रोल कर करने लगे जिसके बाद उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया।