तीन तरह के लोग सामाजिक सौहार्द्र को मिटाने का काम कर रहे हैं: सुधांशु त्रिवेदी
भोपाल
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जिन लोगों ने देश तोड़ने का काम किया है, आज वे पाकिस्तानी मुसलमानों की तरफदारी कर रहे हैं। आखिर उनसे इतनी मोहब्बत इन्हें क्यों है। शरणार्थियों और घुसपैठियों में अंतर है। बीजेपी दफ्तर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए त्रिवेदी ने कहा कि सीएए को लेकर मर्यादा भंग करने की टिप्पणी की जा रही है। इसमें तीन तरह के लोग शामिल हैं, पहले वे जो सत्ता से बाहर हो चुके हैं। दूसरे वे हैं जो राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल हैं और तीसरे वे नेता हैं जो पीएम नरेंद्र मोदी से ईर्ष्या करते हैं। ये लोग सामाजिक सौहार्द्र को मिटाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जामिया में झोले में पत्थर रखकर विरोध प्रदर्शन होता है। आप समझ सकते हैं कि कैसे लोग इसका विरोध क्यों कर रहे हैं? सेवादल द्वारा लिखी गई किताब में सावरकर पर किए गए हमले के सवाल के जवाब में त्रिवेदी ने कहा कि मिडनाइट फ्रीडम पढ़ लें, उसमें क्या-क्या लिखा है सब पता चल जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि कांग्रेस का बोरिया बिस्तर समेटकर जाने का समय आ गया है। सीएए को लेकर कोई विवाद नहीं था लेकिन इन्हें लगा कि सारा मामला शांति से चल रहा है। इसलिए कांग्रेस और वामपंथियों ने भारत का माहौल बिगाड़ा। पूर्व सीएम भारती ने ये बातें राजधानी के गोविन्दपुरा इलाके में आयोजित सीएए जागरुकता कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि भगवा आतंकवाद शब्द उन्होंने नाम दिया था। आज हालत ये हो गई है कि भगवा को लोग देश का रंग बताने लगे हैं।
उमा भारती ने कहा कि पहले यह डर पैदा किया गया कि मोदी के आने के बाद भेदभाव होगा। उसमें कामयाब नहीं हुए तो अब विवाद के हालात बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाथ में तिरंगा लेकर लोग आए हैं। इसकी जरूरत नहीं है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश ने इस्लाम धर्म वाली व्यवस्था लागू की है लेकिन भारत के बंटवारे के बाद हमारे देश ने सर्व धर्म समभाव वाली व्यवस्था को लागू किया है।