कोटा में बच्चों की मौत: BJP ने सोनिया, राहुल गांधी पर साधा निशाना
नई दिल्ली
राजस्थान के कोटा में अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है. यहां पिछले दो दिन में 9 और बच्चों की मौत हो गई है, जिसके बाद यह आंकड़ा 100 हो गया. कोटा की इस दर्दनाक घटना पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता अमित मालवीय ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि एक महीने में 100 नवजात शिशुओं की मौत हो जाती है और राजस्थान के मुख्यमंत्री से कोई सवाल नहीं पूछे जाते.
अमित मालवीय ने एक ट्वीट में कहा, कोटा इतनी भी दूर नहीं कि सोनिया और राहुल गांधी वहां जा न सकें और ये घटना इतनी भी मामूली नहीं कि मीडिया कांग्रेस सरकार की इस लापरवाही पर आंख मूंद ले. अमित मालवीय बीजेपी के आईटी सेल के प्रभारी हैं. बता दें, पिछले कई दिन से कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है. हर दिन मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. अस्पताल के शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष (एचओडी) डॉ. अमृत लाल ने बुधवार को कहा, पिछले दो दिन में जेके लोन अस्पताल में 8 नवजात बच्चों की मौत हुई. बच्चों की ये मौत अलग-अलग कारणों से हुई हैं. सिर्फ दिसंबर महीने में 100 बच्चों की जान गई है.
बीजेपी टीम का अस्पताल दौरा
इससे पहले मंगलवार को बीजेपी की महिला सांसदों की एक टीम ने जेके लोन अस्पताल के वार्ड और आईसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) का दौरा किया. वहीं, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने राजस्थान चिकित्सा और शिक्षा विभाग को कारण बताओ नोटिस जारी कर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) बी.एस. तंवर को 3 जनवरी को दिल्ली में व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा है. सांसदों की टीम का चयन पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने सोमवार को किया था, जिसमें पश्चिम बंगाल से लॉकेट चटर्जी, दौसा से जसकौर मीणा और मेरठ से कांता कर्दम शामिल थीं.
टीम के सदस्यों ने अस्पताल में मृतकों के परिजनों से बात की और अस्पताल वार्डों की कई खामियों को उजागर किया. परिजनों ने कहा कि अस्पताल ने उनके बच्चों की देखभाल नहीं की, जिसके चलते उनकी मौत हुई. चटर्जी ने बताया कि मृतक की मां ने कहा कि डॉक्टर ने बच्चे को नहीं देखा और वहां एक बिस्तर पर तीन बच्चे लेटे हुए थे. सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब राजस्थान के मुख्यमंत्री झारखंड चुनाव की जीत का जश्न मनाने गए हुए थे, उस बीच भी राज्य के स्वास्थ मंत्री कोटा का दौरा करने नहीं आए. राहुल गांधी ने भी इस बारे में कुछ नहीं बोला और शायद वह नया साल मनाने के लिए इटली चले गए हैं.