साक्षी है समय भारत के वृहद इतिहास को उपन्यास में ढालने का अनूठा प्रयास
रायपुर
नई दिल्ली में विश्व पुस्तक मेला 4 से 14 जनवरी तक आयोजित होने जा रहा है। इसमें छत्तीसगढ़ के उपन्यासकार राजीव रंजन प्रसाद का नया उपन्यास साक्षी है समय का लोकार्पण किया जाना है। साक्षी है समय भारत के वृहद इतिहास को उपन्यास में ढालने का अनूठा प्रयास है। उपन्यास के केन्द्रीय पात्र महाभारत के अमर माने जाने वाले चरित्र अश्वत्थामा हैं, जिसे लेखक ने कथानक में अतीत और वर्तमान के मध्य का सेतु बनाया है। यह उपन्यास छ: खण्डों में है। लेखक राजीव रंजन प्रसाद कहते हैं कि हम सबके भीतर एक अश्वत्थामा है जो शापित है, भटक रहा है, उसे सुने जाने की आवश्यकता है।