चौक चौराहों पर मवेशियों का अड्डा, दुर्घटना को दे रहा न्योता
जोगी एक्सप्रेस
गंडई पंडरिया.[एस .चतुर्वेदी ] नगर के चौक चौराहों पर आवारा मवेशियों का झुण्ड खुलेआम घूमते नजर आ रहे हैं। जिसके चलते लोगों को आवागमन में परेशानियां उठाना पड़ रहा है। नगर के चौक चौराहे पर इस तरह से आवारा मवेशियों की झुण्ड से कभी भी कोई गम्भीर हादसा होने की सम्भावना बनी रहती है। मार्केट के दिन इसका नज़ारा कुछ अधिक ही विकराल बना रहता है। रविवार के दिन साप्ताहिक बाजार होने के कारण आसपास सहित दूर दराज से लोग बाजार करने आते हैं। इस मार्ग से होते हुये ही स्कूल-कॉलेजो के लिये आने-जाने वाले छात्र- छात्राओं का भीड़ सुबह 10 बजे और शाम को देर तक लगा रहता है। इस नगर से दुर्ग-रायपुर, कवर्धा और राजनांदगांव के लिये मुख्य मार्ग है। इस तरह यह नगर त्रिवेणी मार्ग संगम स्थल पर होने के कारण चौबीसो घण्टे राहगीरों का आवागमन निरन्तर बना रहता है। नगर में मुख्य रूप से सब्जी मण्डी, सब्जी बाजार, बस स्टैंड, सहित सभी मार्ग में आवारा मवेशियों का आतंक बना हुआ है। आवारा मवेशी के चलते क्रेता-विक्रेता को काफी समस्याओँ से जूझना पड़ता है। आवारा मवेशी किसी के भी सामान पर मुँह मारता फिरता है। जिसके चलते क्रेता व विक्रेता को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। नगर पंचायत की उदासीनता और कुछ मवेशी मालिकों की वजह से यह दशा निर्मित हो रही है। आम नागरिकों द्वारा इसकी जानकारी नगर पंचायत को कई मर्तबा दिये जाने के बाद भी उनके द्वारा कोई कदम नही उठाया जाना समझ से परे हैं। आखिर ऐसी क्या मजबूरी है जिसके चलते नपं इन मवेशियों के लिये कोई कदम उठाने में नाकाम ही साबित होता आ रहा है, वहीं गौ रक्षक के नाम पर झूठी वाहवाही लुटाने वाले और अख़बारों में फोटो छपवाले वाले गौ सेवक भी इन मवेशियों के लिये चुप्पी साधी हुई है। नगर में घूम रहे मवेशियों की तरफ गौ सेवकों का ध्यान पता नही कब जाएगा।
मूक बधिर बने बैठे हैं नपं – ऐसा नही है कि आवारा मवेशियों की आतंक की जानकारी नगर पंचायत को नही है। इसके बावजूद भी मूक बधिर बने हुये तमाशा देख रहे हैं। साथ ही कुछ मवेशी मालिक भी घोड़े बेच कर सोये हुये हैं। जिसकी भुगतान राह चलते लोगो को कभी भी भुगतना पड़ सकता है। नगर पंचायत को चाहिये कि आवारा मवेशियों के लिये कोई व्यवस्था किया जाये। ताकि आकास्मिक दुर्घटना से लोग बचा जा सके।।